Bihar Political News: लोकसभा चुनावों ( Loksabha Election) में अब कुछ ही दिनों का समय बचा है, नेताओं के बीच में सियासी बयानबाजी हो रही है। जो नीतीश कुमार (Nitish Kumar) कल तक भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर सियासी प्रहार कर रहे थे, अब वही नीतीश कुमार भारतीय जनता पार्टी के साथ जा सकते हैं। जी हां बिहार में जारी सियासी खींचतान और मुलाकातों के बीच आज का दिन काफी अहम हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक नीतीश कुमार एकबार फिर से पाला बदल सकते हैं।
भारतीय जनता पार्टी ने आज दिल्ली में बिहार के बड़े नेताओं की बैठक बुलाई है। बिहार बीजेपी के नेता प्रेम कुमार और नंदकिशोर यादव समेत कुछ अहम नेता आज दिल्ली पहुंचें और शाम को बीजेपी मुख्यालय में मंथन होगा। सूत्रों के मुताबिक कल पटना से लेकर दिल्ली तक में कई बैठकें हुईं। खबर है कि एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी और JDU के बीच बात बन गई है। मुमकिन है कि नीतीश औऱ बीजेपी के बीच आज गठबंधन का ऐलान हो जाए। खास बात ये है कि 2024 के लोकसभा चुनाव तक नीतीश बिहार के सीएम बने रहेंगे।
इन सभी के पहले कल बिहार बीजेपी के अध्यक्ष सम्राट चौधरी और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी और रेणु देवी ने कल देर शाम दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान बीजेपी अध्यक्ष जेडी नड्डा और बिहार बीजेपी के प्रभारी विनेद तावड़े भी मौजूद रहे। हालांकि सम्राट चौधरी ने बैठक की वजह कुछ और बताई। जानकारी के मुताबिक LJP- रामविलास के अध्यक्ष चिराग पासवान भी आज दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं।
नीतीश कुमार हमेशा की तरह मौन हैं। लेकिन हर बार की तरह सभी सवालों का जवाब सिर्फ नीतीश की खामोशी के पीछे नहीं छिपी है। इस बार कई खिलाड़ी मैदान में हैं। बिहार बीजेपी के अध्यक्ष सम्राट चौधरी और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी और रेणु देवी ने कल देर शाम दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान बीजेपी अध्यक्ष जेडी नड्डा और बिहार बीजेपी के प्रभारी विनोद तावड़े भी मौजूद रहे। हालांकि सम्राट चौधरी ने बैठक की वजह कुछ औऱ बताई।
एक तरफ है बीजेपी से जुड़ा खेमा जहां पर हलचल ही हलचल है और दूसरी तरफ है लालू कैंप जहां सफाई के सिवा आपको कुछ नहीं मिलेगा। लालू यादव के घर कल बैठक में पहुंचने वाले ज्यादातर नेता सवालों को टालते दिखे।
बहरहाल, बिहार में जिस तरीके से सियासी बयानबाजी हो रही है, उससे एक बात तो साफ है कि इंडिया गठबंधन अब सिर्फ नाम का गठबंधन रह गया है। क्योंकि नीतीश कुमार ही लगातार माहौल बनाने का काम कर रहे थे, अगर वही नीतीश कुमार बीजेपी में शामिल हो जाते हैं, तो कहीं ना कहीं इंडिया गठबंधन कमजोर हो जाएगा। आम आदमी पार्टी और ममता बनर्जी ने तो पहले ही इंडिया गठबंधन से दूरी बना ली है और अपने अपने राज्यों में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान भी कर दिया है।