NDA Meeting Latest Updates: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी JDU को इस बार 12 सीटें मिली हैं. भले ही सीटों की संख्या कम है, मगर वह किंगमेकर बन गए हैं.
लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद अब सरकार बनाने की तैयारियां जोरों पर हैं। एनडीए ने सर्वसम्मति से नरेंद्र मोदी को अपना नेता चुन लिया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी है। 7 जून को बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के समर्थक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) से मिलकर नरेंद्र मोदी (Narandra modi) के नेतृत्व में सरकार बनाने के अपने अधिकार का दावा करेंगे। अगर ऐसा होता है तो जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) के बाद प्रधानमंत्री के तौर पर कोई और नहीं बल्कि नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री बनेंगे।
सूत्रों के हवाले से बताया कि बिहार के CM नीतीश कुमार और तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी सरकार गठन की प्रक्रिया पर तेजी से काम करें. NDA की बुधवार यानि 5 जून को हुई मीटिंग में सरकार बनाने पर चर्चा हुई. कहा जा रहा है कि इसमें इस बात पर भी चर्चा की गई कि NDA के सहयोगी दलों को कौन से मंत्रालय सौंपे जाने हैं. खबर है कि TDP और JDU ने गृह, रक्षा, वित्त, रेल जैसे बड़े मंत्रालयों की मांग रख दी है.
NDA से बाहर नहीं जाने का नीतीश कुमान ने दिया बड़ा सबूत
NDA की बैठक के दौरान नीतीश कुमार ने कार्यवाहक PM नरेंद्र मोदी को कहा, “जल्दी कीजिए. सरकार बनाने में देरी नहीं होनी चाहिए. हमें ऐसा जल्द से जल्द करना चाहिए.” उनके इस बयान से BJP खुश होगी, क्योंकि ये उनके NDA से बाहर नहीं जाने का बड़ा सबूत है. बैठक में NDA के सहयोगियों ने सर्वसम्मति से नरेंद्र मोदी को अपना नेता चुना है. NDA के 21 सदस्यों की तरफ से साइन किए गए प्रस्ताव में कहा गया है, “हमने सर्वसम्मति से नरेंद्र मोदी (Narandra modi) को अपना नेता चुना है.”
बैठक में नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, TDP प्रमुख चंद्रबाबू नायडू, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और JDU नेता लल्लन सिंह और संजय झा शामिल थे. NDA की मीटिंग में सभी की निगाहें JDU के नीतीश कुमार और TDP के चंद्रबाबू नायडू पर थी, जो इस बार सरकार गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हैं.
JDU और TDP के पास कितनी सीटें?
दरअसल, TDP ने आंध्र प्रदेश की 25 लोकसभा सीटों में से 16 सीटें जीतीं, जबकि JDU ने बिहार की 40 में से 12 सीटें जीतीं. महज 240 लोकसभा सीटों पर जीत के साथ भाजपा एक बार फिर बहुमत हासिल करने में विफल रही है। एनडीए ने सहयोगियों की मदद से बहुमत की सीमा पार कर 293 सीटें जीती हैं।