Festive Session For Auto Industry: भारत में Festive Session की शुरुआत हो गई है, जिसमें अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस साल यानि 2023 में गाड़ियों की जबरदस्त खरीदारी के चलते बिक्री के पुराने रिकॉर्ड टूटने वाले हैं. इस बात का अनुमान ऐसे लगाया जा सकता है, कि ऑटोमोबाइल कंपनियों (automobile companies) ने Festive Session को देखते हुए, अपनी उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी करने के साथ-साथ, अपने कर्मचारियों की छुट्टियां भी cancel कर दी हैं.
डिमांड और मॉनसून ( demand and mansoon) के अच्छे प्रभाव से देश के ऑटोमोबाइल मार्केट ( automobile Market) में फेस्टिव सीजन के लिए उम्मीद है। ऑटो कंपनियों ने पहले से ही अपने स्टॉक को तैयार रखा है ताकि ग्राहकों को अभिलाषित गाड़ी तत्परता से मिल सके। two wheeler segment में भी ग्रोथ की उम्मीद है, हालांकि एंट्री और बजट सेगमेंट में मंदी रही है। उपभोक्ताओं को कंपनियों और डीलर्स द्वारा डिस्काउंट्स और स्कीमें प्रदान की जा रही हैं। 20-30 लाख के सेगमेंट में भी उत्साह दिख रहा है।
पिछले कुछ महीनों से चल रहे गाड़ियों की बिक्री के positive trade से देश के ऑटोमोबाइल मार्केट (automobile market) में जोश है। हालांकि ऑटो कंपनियां फेस्टिव सीजन की तैयारी में भी काफी पहले से जुट गई थीं। इस बार ऑटो कंपनियों को बंपर बिक्री की उम्मीद है और इसके लिए उन्होंने तैयारी भी कर रखी है। सितंबर के अंत तक गाड़ियों की डीलरशिप के पास 60-65 दिनों तक की इंवेंट्री जमा थी और टू-वीलर डीलर्स के पास 33 से 35 दिनों तक का स्टॉक था।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स असोसिएशंस (FADA) के प्रेजिडेंट मनीष राज सिंघानिया के मुताबिक साल 2022 में डिमांड आई थी, मगर अधिक डीलर्स डिलिवरी नहीं दे पाए थे। इसलिए डीलर्स ने इस बार पहले से पूरा स्टॉक तैयार रखा है जिससे ऑन स्पॉट खरीदने वाले को भी विकल्प मिल सके और ज्यादा वेटिंग भी न हो। 14 अक्टूबर से फेस्टिव सीजन की शुरुआत हो चुकी है। अगले 42 दिनों तक उत्तर भारत में festive season चलना है। मॉनसून के भी अच्छे प्रिडिक्शन आ रहे हैं और अर्बन मार्केट पहले से ही तेज है। ऐसे में इस festive season के काफी अच्छे रहने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके अच्छे संकेत भी मिलने शुरू हो गए हैं।
टू-वीलर सेगमेंट (two wheeler segment) में दिख रहा ग्रोथ
काफी लंबे समय से दबाव में रहा टू-वीलर सेगमेंट ( two wheeler segment) अब उबरता दिख रहा है। सितंबर में टू-वीलर सेगमेंट (two wheeler segment) ने करीब 22 पर्सेंट की ग्रोथ दिखाई है। फोर वीलर्स भी पीछे नहीं है और इस सेगमेंट की बिक्री में 19 पर्सेंट का इजाफा हुआ है। हालांकि एंट्री लेवल और बजट सेगमेंट की गाड़ियों का मार्केट काफी समय से ठंडा ही चल रहा है। इनपर इस बार कुछ discount और स्कीम भी कंपनी और डीलर्स मिलकर दे रहे हैं। लेकिन प्रीमियम XUV में स्कीम मिलनी मुश्किल हैं, क्योंकि अब भी इन पर 2 से 6 महीने की वेटिंग है।
20-30 लाख के segment में भी उत्साह
10 से 20 लाख रुपये वाले सेगमेंट में तो पहले ही ग्रोथ थी इस बार 20 से 30 लाख रुपये के सेगमेंट में भी खासा उत्साह है। महिंद्रा XUV 700 और स्कॉर्पियो-एन जैसे गाड़ियों पर अब भी वेटिंग पीरियड चल रह हैं। टाटा ने भी इसी सेगमेंट में अपनी हैरियर और सफारी को नए अवतार में उतार दिया है। toyota की हाइक्रॉस, maruti की इन्विक्टो और MG मोटर्स की हेक्टर जैसी गाड़ियों की बिक्री में पॉजिटिव ट्रेंड (Positive trade) दिख रहा है।
बीतें सालों के आंकड़ों की मानें तो, साल 2021 में festive season में घरेलू बाजार में 9.34 लाख यूनिट्स की बिक्री देखने को मिली थी. मगर साल 2022 में ये आंकड़ों में कुछ कटोती देखी गई है जो 8.92 लाख यूनिट्स का रह गया था. इस साल यानि 2023 के लिए अनुमान लगाया जा रहा है कि, ये आंकड़ा 10 लाख के पार हो सकता है. यानि कि इसमें करीब 35 % तक की बढ़त देखने को मिल सकती है.