Bharat Jodo Nyay yatra rahul Gandhi: लगता है राहुल गांधी भी अब हारने को तैयार नहीं है। गुजरात के मोदी समाज पर सवाल उठाकर वे एक बार अपनी सांसदी को भी खो बैठे थे। उन पर बीजेपी के लोगों ने मानहानि का मुकदमा भी चलाया और उन्हें दो साल की सजा भी दी गई। सांसदी गई ,सरकारी आवास भी छीन ली गई। जेल जाते -जाते बचे। सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद सांसदी लौट गई। लेकिन अबकी बार तो राहुल ने पीएम मोदी की जाति के आरक्षण पर ही बड़ा सवाल किया है। उन्होंने ओडिशा में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान मोदी पर हमला करते हुए कहा है कि पीएम मोदी ओबीसी समुदाय में पैदा नहीं हुए थे। उनका जन्म ओबीसी वर्ग में नहीं हुआ था। वह गुजरात की तेली समाज में पैदा हुए थे और इस समुदाय को साल 2000 में बीजेपी सरकार ने ओबीसी दिया था। सच तो यही है कि उनका जन्म सामान्य वर्ग में ही हुआ था।
राहुल यही नहीं रुके। उन्होंने कहा कि मोदी देश को बेवकूफ बना रहे हैं। जब गुजरात में तेली समाज को साल 2000 में ओबीसी कैटेगरी में रखा गया तो जाहिर है कि उनका जन्म सामान्य वर्ग में ही हुआ था। वे जन्म से पिछड़े वर्ग में नहीं है। आरक्षण का लाभ उन्हें बाद में ही मिला है। ऐसे में पीएम मोदी दुनिया के सामने झूठ बोल रहे हैं कि वे ओबीसी में पैदा हुए थे।
राहुल ने कहा इसके लिए उन्हें कोई सर्टिफिकेट की भी जरुरत नहीं है। यह मैं जनता हूँ कि वे ओबीसी ने नहीं आते हैं। वे किसी भी ओबीसी से गले नहीं मिलते। वे किसी किसान से हाथ नहीं मिलाते। वे किसी मजदुर का हाथ नहीं पकड़ते। वे सिर्फ अडानी का हाथ पकड़ते हैं। ये कभी जातीय जनगणना नहीं करने देंगे। जातीय जनगणना सिर्फ राहुल गाँधी और कांग्रेस ही करा सकती है।
राहुल के इन हमलों के बाद बीजेपी ने भी हमला किया है। केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने कहा है कि राहुल गाँधी को पहले जातोयों के बारे में अध्ययन करने की जरूरत है। उन्हें यह भी पता नहीं है कि तेली समुदाय किस वर्ग से आते हैं। तेली समुदाय ओबीसी वर्ग में शमिल है और पीएम मोदी इसी वर्ग से एते हैं। राहुल गाँधी को इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। वे बिना सोंचे ही बोलते रहते हैं।
लेकिन बड़ी बात तो यह है कि राहुल ने जो आरोप लगाय है उसमे गलत क्या है ? राहुल तो कह ही रहे हैं कि गुजरात में तेली समाज को साल 2000 में अन्य पिछड़े वर्ग में रखा गया है। रहूल तो यही कह रहे हैं मोदी जन्मजात ओबीसी वर्ग में नहीं आते हैं।