Ganesh Chaturthi 2023 Bhog: गणेश चतुर्थी का पर्व आ गया हैं. देशभर में बप्पा के आगमन के लिए घर-घर तैयारियां की जा चुकी रही हैं. छोटे बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्गों तक हर कोई गणेश उत्सव (Ganesh Chaturthi) के लिए उत्साहित है. गली मोहल्लों में जगह-जगह भगवान गणपति को विराजमान करने के लिए पंडाल सज चुके हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि गणपति जी की पूजा अर्चना का एक सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है प्रसाद हैं. भगवान गणेश को हर दिन अलग-अलग प्रकार की चींजों का भोग लगाना बेहद शुभ माना जाता है. आइए इस लेख के माध्यम से जानते हैं वो कौन-से भोग (Ganesh Chaturthi 2023 Bhog) हैं जिनसे गणपति बप्पा को प्रसन्न किया जा सकता है.
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जानकारी के मुताबिक आपको बता दें गणपति उत्सव मंगलवार यानि 19 सितंबर 2023 से 28 सितंबर 2023 को अनंत चतुर्दशी तक रहने वाला है. गणेश उत्सव के दौरान 10 दिनों तक गणपति जी की सुबह शाम आरती करें. दोनों वक्त नए-नए पकवान का बप्पा को भोग (Ganesh Chaturthi Bhog) लगाएं. इससे वह जल्दी प्रसन्न होंगे.
पहले दिन मोदक: गणपति बप्पा के भोग मे मोदक का जिक्र न हो ऐसा कैसे हो सकता है. मोदक भगवान गणेश जी का प्रिय पकवान है. माता पार्वती गणपति के लिए प्रतिदिन मोदक (modak) बनाती थीं. कहा जाता है इससे बिगड़े काम बन जाते हैं.
दूसरे दिन मोतीचूर और बेसन के लड्डू: गौरी पुत्र गणेश को मोतीचूर के लड्डू का प्रसाद अर्पित करें. इससे प्रेम संबंधों में मिठास आती है. अच्छा जीवनसाथी मिलता है.
तीसरे दिन गुड़ का प्रसाद: गुड़ का भोग अतिशुभ माना जाता है. यदि इसे आप घी में सेक लेते हैं तो उसका स्वाद कई गुना अधिक हो जाता है. गुड़ एक पारंपरिक भोग है जो भगवान गणपति जो को बेहद प्रिय है.
चौथे दिन का प्रसाद मालपुए: यदि किसी व्यक्ति के विवाह होने में अड़चने आ रही हैं तो चौथे दिन गणेश जी को मालपुए का भोग लगाए. माना जाता है गणेश जी के आशीर्वाद से जल्द घर में शहनाईयां बज जाती हैं.
पांचवें दिन सूजी का हलवा : आप पाचवें दिन गजानन जी को सूजी के हलवे का भोग लगा सकते हैं. कहा जाता हैं सूजी के हलवे का भोग लगाने से शत्रु शांत होते हैं.
छठे दिन मखाने की खीर: घर में बनी मखाने की खीर का भोग भी भगवान गजानन को लगाया जा सकता है. इसमें मेवे डालकर आप इसका स्वाद और अधिक बढ़ा सकते हैं.
सातवें दिन नारियल का प्रसाद: गणेश जी की पूजा में नारियल अवश्य रखें. श्रीफल को गजानन का प्रतीक भी कहा जाता है. मान्यता है इससे घर में कभी नकारात्मक शक्तियां नहीं का प्रवेश नही होता.
आठवें दिन पंचमेवा का प्रसाद: यदि किसी व्यक्ति की ग्रहों की अशुभता से तरक्की में रूकावट आ गई है तो आठवें दिन गजानन को पंचमेवा का भोग लगाए. इससे हर बाधाएं दूर हो जाती है.
नौवें दिन कलाकंद और खोपरपाक का प्रसाद : दूध से बना कलाकंद और खोपरपाक जैसी स्वादिष्ट मिठाईयां का भोग लगाया जा सकता है. इसके अलावा भी दूध और घी से बनी मिठाईयां भी भगवान गणपति को अर्पित करें.
दसवें दिन केले का प्रसाद: दसवें दिन यानि आखिरी दिन अनंत चतुर्दशी पर गणेश जी की सुबह पूजन करें. विसर्जन से पहले उन्हें केले का भोग लगाए. इसके बाद ये प्रसाद सभी लोगों में बांट दें. माना जाता है इससे गणेश जी (ganesh ji) सभी कष्ट हर लेते हैं.