नई दिल्ली: विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने सोमवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन दाखिल कराने के मौके पर टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी नदारद रहीं। दावा किया जा रहा है कि ममता जानबूझकर दिल्ली नहीं आयीं, क्योंकि ममता के यशवत सिन्हा के नामांकन में शामिल होने से उन्हें आदिवासी समाज के नाराज होने का डर था। हालांकि टीएमसी की तरफ से अभिषेक बनर्जी मौजूद रहे। बता दें कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू पिछले सप्ताह अपना नामांकन दाखिल कर चुकी हैं। नामांकन की अंतिम तिथि 29 जून है।
विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के नामांकन के अवसर पर विपक्ष के नेताओं में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(एनसीपी) प्रमुख शरद पवार, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, जम्मू-कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारुक अब्दुल्ला, कांग्रेस नेता सीताराम येचुरी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आदि शामिल उपस्थित थे।
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बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान अगले माह 18 जुलाई को होंगे और चुनाव परिणाम 21 जुलाई को होंगे। वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। इसलिए 21 जुलाई को ही नये राष्ट्रपति के नाम की घोषणा हो जाएगी। माना जा रहा है कि18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के बीच मुकाबला होगा, लेकिन इन दोनों में राजग की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का पलड़ा भारी है और राजग में शामिल नेता उनकी जीत तय मान रहे हैं।