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S Jaishankar on Uri and Pulwama Attack: उरी-पुलवामा हमले को लेकर बोले विदेश मंत्री जयशंकर, बातें सुनकर चिढ़ जाएगा पाकिस्तान

oreign Minister Jaishankar said about Uri-Pulwama attack, Pakistan will get irritated after hearing these things.

S Jaishankar on Uri and Pulwama Attack: पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कांग्रेस शासन के दौरान 26/11 और उरी और पुलवामा के आतंकवादी हमलों की तुलना की। एस जयशंकर ने कहा कि अगर हम 26/11 के दौरान हमारी प्रतिक्रिया और उरी और पुलवामा हमलों के बाद हमारी प्रतिक्रिया को देखें, तो चीजें स्पष्ट हो जाएंगी। आज भी सशस्त्र बल वही हैं और खुफिया जानकारी भी वही है।

मोदी सरकार ने शुरू से ही आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाई है। उरी और पुलवामा आतंकी हमलों के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान और आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। बुधवार 22 मई को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने नई दिल्ली में ‘विकसित भारत @ 2047’ पर चर्चा में भाग लेते हुए आतंकवादी हमलों के खिलाफ भारत की कार्रवाई पर चर्चा की।

जयशंकर ने जवाबी कार्रवाई की तुलना 26/11 और पुलवामा हमले से की

उरी और पुलवामा आतंकी हमलों पर एस जयशंकर: भारत ने इन हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों को ‘साफ संदेश’ दिया है कि वे अब सुरक्षित नहीं हैं, भले ही वे सीमा पार कर गए हों।

पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए विदेश मंत्री ने कांग्रेस शासन के दौरान 26/11 और उरी और पुलवामा के आतंकवादी हमलों की तुलना की। एस जयशंकर ने कहा कि अगर हम 26/11 के दौरान हमारी प्रतिक्रिया और उरी और पुलवामा हमलों के बाद हमारी प्रतिक्रिया को देखें तो चीजें स्पष्ट हो जाएंगी। आज भी सशस्त्र बल वही हैं, नौकरशाही वही है, खुफिया जानकारी भी वही है।

जिन लोगों को भारत ने संदेश भेजा, उन्हें वह मिला होगा: विदेश मंत्री

साथ ही विदेश मंत्री ने कहा कि अगर हम उरी और पुलवामा हमलों के बाद भारत की प्रतिक्रिया को देखें तो भारत ने ‘साफ और सीधा संदेश’ दिया और जिन लोगों को यह संदेश दिया गया, उन्हें उम्मीद थी कि उन्हें यह संदेश मिला होगा।

बालाकोट का जिक्र करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि, अगर आतंकी कुछ भी करते हैं तो उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी और ऐसा मत सोचिए कि आपने कुछ किया और उस तरफ भाग गए और आप वहां सुरक्षित हैं। आप वहां सुरक्षित नहीं रहेंगे। आप नियंत्रण रेखा या अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के पार भी सुरक्षित नहीं रहेंगे। जिन लोगों को वह संदेश भेजा जाना था, उम्मीद है कि उन्हें यह संदेश मिल गया होगा। आपको बता दें कि 14 फरवरी 2019 को पुलवामा जिले में आतंकियों ने सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमला किया था। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

Written By। Chanchal Gole। National Desk। Delhi

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