RRS News मिशन 2024: यादव वोटों को साधने में जुटी बीजेपी को संघ का साथ
Panipat Hindi Samachar हरियाणा में संघ की बैठक वैसे तो संघ के विचार को फैलाने ,देश में सनातन संस्कृति को बढ़ाने और हिंदुत्व के आलिंगन में पूरे देश को समेटने के लिए हो रही है लेकिन इस बैठक का एक बड़ा मकसद आगामी चुनाव में बीजेपी को जीत को भी सुनिश्चित करना है ।बीजेपी को सरकार बनेगी तो 2025 में संघ का शताब्दी वर्ष धूमधाम से मनेगा ।इसलिए 2024 के चुनाव में बीजेपी की वापसी जरूरी है ।
इधर देश की तमाम विपक्षी पार्टियां लामबंद की तैयारी में है और एक होकर बीजेपी से मुकाबला करने को तैयार है ।हालाकि अभी तक विपक्षी एकता को लेकर किसी के पास कोई रोडमैप नही है ।कांग्रेस भी मौन है ।आपसी अंतर्विरोध ज्यादा है लेकिन आगे जाकर कोई समूह तो बनेगा इसको संभावना ज्यादा है और ऐसा होगा भी ।बीजेपी को इस बात का भय है कि यादव वोट बैंक अगर सपा के साथ ही जुड़ा रहा और बिहार में यादव वोट राजद के साथ खड़ा रह तो चुनाव में बीजेपी की परेशानी होगी ।
संघ और बीजेपी की चाहत है कि यादव वोट में बंटवारा हो और एक बड़ा यादव वोट बीजेपी के साथ आए ।पार्टी ने इसके लिए प्रयास भी कम नहीं लिए है लेकिन यादव वोट का अभी भी बड़ा तपका बीजेपी से दूर है ।संघ अब इस दूरी को पाटने में लगा है । हरियाणा में चले संघ की बैठक में इस मसले पर खूब चर्चा चली है ।
संघ ने अपनी इस बैठक में यादव वोट में सेंध लगाने के लिए श्रद्धांजलि संदेश दिया है ।वादव के बड़े बड़े नेता जो अब गुजर गए हैं इनको संघ नेताओं ने श्रद्धांजलि दी है।यह सब एक रणनीति का हिस्सा है ।वोट पाने का हिस्सा है और बीजेपी से यादव वोट जुड़े इसको लेकर रणनीति है ।संघ के लोगो ने मुलायम सिंह यादव और शरद यादव को श्रद्धांजलि दिया है । श्रद्धांजलि तो वरिष्ठ वकील रहे शांति भूषण को भी दी गई और पीएम मोदी को मां हीराबेन को भी दी गई ।लेकिन असली खेल यादव नेताओं को लेकर है ।यादव नेताओं की श्रद्धांजलि के जरिए यूपी और बिहार को साधने की कोशिश है ।संघ को लग रहा है कि बिहार और यूपी के बहुत से यादव पिछले कुछ सालों में बीजेपी से जुड़े है और आने वाले समय में और जुड़ेंगे ।
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अयोध्या राम मंदिर निर्माण आंदोलन के दौरान मुलायम सिंह ने कार सेवकों पर लाठियां बरसाई थी ।तब से संघ और बीजेपी की यादव नेताओं से दूरियां बढ़ गई थी ।उसी तरह शरद यादव ने भी मंदिर आंदोलन के साथ ही गुजरात देंगे पर बीजेपी को खूब घेरा था । बीजेपी कभी भी इन नेताओं को सम्मान की दृष्टि से नही देखती थी ।बीजेपी को लगता था कि इन नेताओं ने बीजेपी की राह को रोका है ।लेकिन अब वोट के लिए यादव नेताओं को बीजेपी सम्मानित भी कर रही है और श्रद्धांजलि भी दे रही है ।
बीजेपी का यह खेल कितना सफल होगा इस पर देश की निगाह है ।सपा और राजद भी इसे देख रही है और जनता भी संघ के इस खेल को निहार रही है ।