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ब्रिक्स सम्मेलन पहुंचे पीएम मोदी को जब पूरी दुनिया से मिलने लगी चंद्रयान की सफलता की बधाइयां

BRICS summit: एक तरफ ब्रिक्स की बैठक में पीएम मोदी हिस्सा ले रहे थे वही दूसरी तरफ चंद्रयान मिशन (Chandrayaan Mission) अपने अंतिम पड़ाव की तरफ बढ़ता जा रहा था। जैसे ही शाम के 6 बजे तालियों की गड़गड़ाहट से ब्रिक्स की बैठक गूंज उठी। सबने पीएम मोदी को बधाइयां दी। भारत के इसरो को शुभकामनाएं दी और भारत के जयकारे भी लगाए। प्रधानमंत्री मोदी गदगद थे। ब्रिक्स की बैठक में उनके भाषण पर भी खूब चर्चा हुई इसके बाद लगे हाथ चंद्रयान 3 की सफलता ने भारत की मौजूदगी को जोहान्सबर्ग में और भी बढ़ा दिया।

PM Modi on chandrayaan

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भारत की दुनिया भर में वाहवाही हो रही है। खासकर अमेरिका भारत और इसरो की कामयाबी की तारीफ करते थक नहीं रहा है। हालांकि इससे पहले चन्द्रमा पर रूस, अमेरिका और चीन कदम रख चुके हैं लेकिन दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है। यह कोई मामूली बात नहीं है। विज्ञान जगत की यह बड़ी उपलब्धि है और इस उपलब्धि में इसरो का जो कमाल है उसका वर्णन नहीं किया जा सकता। जिस तरह से सीमित संसाधन में इसरो ने इस मिशन को साकार किया है इसको लेकर भी दुनिया के विकसित देश अचंभित है। अब माना जा रहा है कि चांद काे दक्षिणी ध्रुव पर उतारकर भारतीय यान पानी की खोज करेगा और ऐसा हुआ तो यह भी भारत के नाम से होगा। उम्मीद की जा रही है कि चन्द्रमा का दक्षिणी ध्रुव अंधकार में डूबा है और वहां पानी या जमे बर्फ की सम्भावना है।

उधर अमेरिकी समाचार पत्र और टेलीविजन चैनल भी चंद्रयान 3 (Chandrayaan 3) की सफलता की कहानी से भर गए हैं। बड़े पैमाने पर भारत की सफलता को मीडिया में जगह दी गई। इसरो की सराहना की गई है। अमेरिका के कई बड़े नेताओं ने भारत की इस सफलता की सराहना की है उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने केंद्र के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर चंद्रयान 3 की ऐतिहासिक लैंडिंग के लिए भारत को बधाई दी है। कमला ने कहा है कि यह मिशन वैज्ञानिकों और इंजीनियरों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। कमला ने भारत को कहा कि इस मिशन और अंतरिक्ष खोज में आपके साथ अधिक व्यापक साझेदारी करने पर हमें गर्व हैं।

 chandrayaan

बता दें कि कुछ महीने पहले ही पीएम मोदी अमेरिका दौरे पर गए थे। तब दोनों देशों के बीच अंतरिक्ष सहयोग पर भी समझौता हुआ था। इस दौरान भारत ने आर्टेमिस समझौते पर हस्ताक्षर किये थे। साथ ही दोनों देशों ने एक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर मिलकर काम करने का फैसला किया था।

उधर नासा प्रशासक के बिल नेल्सन (Bill Nelson) ने भी भारत को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि चंद्रयान 3 के चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने पर इसरो को ढेरों बधाई। उन्होंने कहा कि चन्द्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला भारत चौथा देश तो हो ही गया है इसके साथ ही दक्षिणी ध्रुव पर जाने वाला भारत पहला देश हो गया है। हम इस मिशन में आपके भागीदारी बनकर बेहद खुश हैं।

अमेरिकी सांसद ब्रेड शरमन ने कहा है कि चन्द्रमा पर चंद्रयान 3 (Chandrayaan) की सफल लैंडिंग के लिये भारत को बधाई। भारत चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला पहला देश हो गया है। उधर अमेरिकी विदेश विभाग की विज्ञान शाखा ने अपने आर्टेमिस समझौते के भागीदार इसरो को बधाई दी है। कहा है कि आपकी सफलता कल्पना शक्ति को शक्ति देगी और दुनिया भर के लोगों के भविष्य को राेशनी देगी।

Akhilesh Akhil

Political Editor

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