नई दिल्ली: अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी है. कई देशों में वाहन के दाम में भारी तेजी भी आई है. हालांकि देशवासियों के लिए पेट्रोल-डीजल(Diesel- Petrol) के दाम को लेकर राहत मिली है. दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल(Petrol) 96.72 रुपए और डीजल(Diesel) 89.62 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है.
डीजल(Diesel) और पेट्रोल(Petrol) पर एक्साइज ड्यूटी(Excise Duty) कम करने के बाद देशभर के पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन (Petroleum Dealers Association) नाराज चल रहे थे. दरअसल पेट्रोल पंप चलाने वालों का कहना है कि अचानक दाम में भारी कटौती कर देने से हमें नुकसान उठाना पड़ा है. जिसके कारण कई पेट्रोल पंप मंगलवार को अपनी आवाज उठाएंगे. पेट्रोलियम डीलर्स ने कल 31 मई मंगलवार को विरोध प्रदर्शन करेंगे.
डीलर्स ने सरकारी तेल कंपनियों (OMCs) से मंगलवार को डीजल-पेट्रोल नहीं खरीदने का फैसला लिया है. वहीं कुछ शहरों में डीलर्स ने मंगलवार को डीजल-पेट्रोल नहीं बेचने का भी निर्णय लिया है. पेट्रोलियम डीलर्स सरकार से कमीशन बढ़ाने की मांग कर रहे है. डीलर्स का कहना है कि एक्साइज ड्यूटी में अचानक कटौती करने से उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा है. जिससे उन्हें बहुत ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है.
डीलर्स का कहना है कि उन्होंने एक दिन पहले ही अधिक दाम पर पेट्रोल डीजल का स्टॉक खरीदा था. अचानक ड्यूटी में कमी आने के बाद पेट्रोल-डीजल को कम दाम पर बेचना पड़ा. जिससे उन्हें घाटे का सौदा करना पड़ा और नुकसान का भी सामना करना पड़ा.
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डीलर्स का ये भी कहना है कि 2017 के बाद से मार्जिन में कोई बदलाव नहीं किया गया है. इससे भी उन्हें नुकसान हो रहा है. महाराष्ट्र के डीलर्स ने इन मांगों को लेकर मंगलवार को डीजल-पेट्रोल न खरीदने और न ही बेचने का ऐलान किया है. फेडरेशन ऑफ ऑल महाराष्ट्र पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने कहा कि राज्य में लगभग 6,500 पेट्रोल पंप है और वे सभी पेट्रोल पंप विरोध प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे है.
एसोसिएशन का कहना है कि 2017 के बाद से कमीशन को एक पैसा भी पैसा नहीं बढ़ाया गया है. केंद्र सरकार ने टैक्स अचानक कम कर दिया है. जिसके चलते महाराष्ट्र के पेट्रोल पंपों को 300 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है. तमिलनाडु के पेट्रोल पंपों को सरकारी कंपनियों से तेल नहीं खरीदने का फैसला किया है. डीलर्स ने कहा कि एक्साइज ड्यूटी में कटौती करने से पेट्रोल पंप को 3 लाख से 15 लाक तक का नुकसान हुआ है. जिससे अब डीलर्स आक्रोशित हो गये है और उन्होंने केंद्र सरकार से नुकसान की भरपाई करने की मांग की है.