राजस्थान के सीकर जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक फिजियोथेरेपी सेंटर के डॉक्टर पर महिलाओं की निजता भंग करने और उनके अश्लील वीडियो रिकॉर्ड करने का आरोप लगा है। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब सेंटर में काम करने वाली एक युवती को टॉयलेट में छिपे कैमरे को लेकर संदेह हुआ। इसके बाद युवती ने अपने परिजनों को सूचित किया और फिर पुलिस को जानकारी दी गई। पुलिस की तफ्तीश के बाद इस गंदे खेल का पर्दाफाश हुआ, जिसमें डॉक्टर अपनी महिला मरीजों और सेंटर में आने वाली महिलाओं की अश्लील वीडियो बनाने में लिप्त पाया गया।
डॉक्टर ने लेडीज टॉयलेट में लगाया हिडन कैमरा
यह घटना सीकर के एक फिजियोथेरेपी सेंटर की है, जहां आरोपी डॉक्टर ने सेंटर के लेडीज टॉयलेट में हिडन कैमरा लगाया हुआ था। पुलिस ने बताया कि डॉक्टर रोजाना सुबह सेंटर में आते ही सबसे पहले लेडीज टॉयलेट में जाता था और पहले से लगे कैमरे को बदल देता था। कैमरे में कैद हुए वीडियो फुटेज को वह अपने लैपटॉप में ट्रांसफर करता और फिर इन फुटेज को पेन ड्राइव या मेमोरी कार्ड में सुरक्षित रख लेता था। पुलिस ने आरोपी के पास से चार-पांच पेन ड्राइव, मेमोरी कार्ड और दो हिडन कैमरा बरामद किए हैं, जिनमें दर्जनों महिलाओं के अश्लील वीडियो फुटेज पाए गए हैं।
युवती के शक से हुआ खुलासा
यह मामला तब सामने आया जब सेंटर में काम करने वाली एक युवती को डॉक्टर की संदिग्ध गतिविधियों पर शक हुआ। युवती ने तुरंत अपने परिजनों को इसकी जानकारी दी और पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की और सेंटर के टॉयलेट से हिडन कैमरा बरामद किया। इसके बाद डॉक्टर के पास से पेन ड्राइव और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए, जिनमें अश्लील सामग्री पाई गई। पुलिस ने आरोपी डॉक्टर को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है और उसके मोबाइल और लैपटॉप को भी कब्जे में लेकर जांच की जा रही है।
अश्लील साइट्स पर बेचता था वीडियो?
पुलिस को शक है कि आरोपी डॉक्टर इन वीडियो फुटेज को अश्लील वेबसाइट्स पर बेचता था। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वह कितने समय से इस घिनौने काम में लिप्त था और कितनी महिलाओं के वीडियो उसने शूट किए हैं। पुलिस अब डॉक्टर के सोशल मीडिया अकाउंट्स और बैंक ट्रांजेक्शन्स की भी जांच कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं यह अपराध किसी बड़े रैकेट का हिस्सा तो नहीं है।
महिलाओं को भेजता था टॉयलेट
जांच में पता चला है कि आरोपी डॉक्टर सेंटर में आने वाली महिलाओं को सैंपल जांच या अन्य बहानों से टॉयलेट में भेजता था। टॉयलेट में पहले से ही हिडन कैमरा लगा होने के कारण महिलाओं की पूरी गतिविधियों को रिकॉर्ड कर लिया जाता था। इसके बाद डॉक्टर इस फुटेज को अपने निजी लैपटॉप में ट्रांसफर कर लेता था और पेन ड्राइव या मेमोरी कार्ड में सुरक्षित रखता था। यह भी संभावना है कि डॉक्टर इन फुटेज को ऑनलाइन प्लेटफार्मों पर बेचने के लिए इस्तेमाल करता था।
पुलिस ने शुरू की जांच
सीकर के क्षेत्राधिकारी दिलीप मीणा ने बताया कि आरोपी डॉक्टर के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस अब इस मामले की हर संभावित एंगल से जांच कर रही है। पुलिस ने आरोपी के पास से मिले पेन ड्राइव और मेमोरी कार्ड्स की जांच शुरू कर दी है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वह कब से इस अपराध में लिप्त था और कितनी महिलाओं के वीडियो उसने रिकॉर्ड किए हैं।
समाज में फैल रही चिंता
इस घटना के बाद सीकर में महिलाओं के बीच भारी चिंता और आक्रोश फैल गया है। लोग इस घटना को महिलाओं की निजता और सुरक्षा पर गंभीर हमला मान रहे हैं। इस तरह की घटनाएं न केवल महिलाओं के आत्म-सम्मान को ठेस पहुंचाती हैं, बल्कि समाज में अशांति और असुरक्षा की भावना को भी बढ़ावा देती हैं। उम्मीद की जा रही है कि पुलिस इस मामले की पूरी गंभीरता से जांच करेगी और आरोपी को कड़ी सजा दिलाएगी।