नई दिल्ली: चुनावी रणनीतिकार पीके यानी प्रशांत किशोर बिहार में पदयात्रा के माध्यम से घर-घर अपनी सोच को पहुंचाने का काम करेंगे। फिलहाल वे अपने गृह राज्य बिहार में ही रहकर जनता से सीधा संवाद करेंगे। पीके ने कहा कि उनके पास कोई पार्टी नहीं है, बल्कि सोच है, जो वे लोगों के बीच जाकर उन तक पहुंचाना चाहते हैं।
प्रशांत किशोर ने बृहस्पतिवार को बिहार में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वे राज्य के प्रबुद्ध लोगों को एक मंच पर लाना चाहते हैं। वे अपनी सोच से अवगत कराने के लिए जनता के बीच जाएंगे। इसके लिए बिहार में दो अक्टूबर अपनी पदयात्रा शुरु करेंगे, जो तीन-चार माह तक चलेगी। पदयात्रा तीन हजार किलोमीटर की होगी। इस दौरान वे करीब 18 हजार लोगों से निजी तौर पर मुलाकात करेंगे।
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पीके को कहना है कि जो लोग उन्हें बुलाएंगे, उनके घर भी जाएंगे। फिलहाल पीके ने कोई राजनीति मोर्चा बनाने की बात नहीं की है। उन्होने कहा कि अभी बिहार में कोई चुनाव नहीं है, इसलिए उनकी पदयात्रा को राजनीतिक चश्में से नही देखा जाना चाहिए।