ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में आमने-सामने होंगे पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति, क्या होगा एजेंडा? क्या होगी बात?
BRICS summit 2023: दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग के शिखर सम्मेलन (BRICS summit) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भाग लेने वाले हैं । प्रधानमंत्री मोदी ने 22 अगस्त यानी कल मंगलवार को इस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रवाना होंगे और इसी दिन ग्रुप के व्यापार मंच की बैठक के साथ इस सम्मेलन को शुरू किया जाएगा । बता दें ये सम्मेलन 22 अगस्त से 24 अगस्त तक चलेगा। इस सम्मेलन में आर्थिक और सुरक्षा हित पर ही भारत का फोकस रहने वाला है। दक्षिण अफ्रीका में अमेरिका, चीन और रूस अपना असर को बढ़ाने में लगे हुए हैं। पीएम मोदी सम्मेलन में ब्रिक्स (BRICS summit) के विस्तार का एजेंडा शामिल कर सकते है।
भारत में डिजिटल बदलाव पर बोल सकते हैं प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री मोदी ने 22 अगस्त यानि मंगलवार को बिजनेस फोरम को संबोधित करेंगे, जहां उनसे ऐसे वक्त में ब्रिक्स के महत्व को रेखांकित करने की आशंका है विश्व में अभी भी कोरोना महामारी, यूक्रेन युद्ध के परिणामों से जूझ रही है। प्रधानमंत्री अपने संबोधन में डिजिटल परिवर्तन के साथ-साथ अपनी सरकार की कुछ उपलब्धियों पर भी चर्चा कर सकते है.
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग अगले हफ्ते दक्षिण अफ्रीका की राजकीय यात्रा पर होंगे। इसके साथ विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की है कि वह जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। रूस और यूक्रेन युद्ध के कारण जब खनिजों की प्रतिस्पर्धा बढ़ी है और दुनिया 2 भागों में बंटी है तब अफ्रीका एक नए राजनयिक युद्ध के मैदान के रूप में सामने आया है। पश्चिमी देश, रूस और चीन यहां अपना प्रभाव बढ़ाने में जुटे हैं। ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आमने-सामने होंगे। हालांकि, आधिकारिक तौर पर दोनों नेताओं के मिलने की खबर अभी तक सामने नहीं आई है। दोनों पक्षों ने बैठक से भी इनकार नहीं किया है, क्योंकि दोनों नेता जोहान्सबर्ग में करीब 48 घंटे तक एक साथ रहेंगे।
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जानकारी के मुताबिक बता दें इस बार साउथ अफ्रीका की अध्यक्षता में 15वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन (BRICS summit) आयोजित होने वाला है। जोहान्सबर्ग में होने जा रहे इस शिखर सम्मेलन में पीएम नरेंद्र मोदी भी भाग लेंगे। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता चुनयिंग ने कहा, ‘दक्षिण अफ्रीका गणराज्य केोगराष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा के निमंत्रण पर राष्ट्रपति शी जिनपिंग दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में होने वाले 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे और 22 से 24 अगस्त तक दक्षिण अफ्रीका की राजकीय यात्रा करेंगे।’ मार्च में रूस की आधिकारिक राजकीय यात्रा के बाद यह शी जिनपिंद की 2023 की दूसरी इंटरनेशनल यात्रा होगी। दक्षिण अफ्रीका के विदेश मंत्री नलेदी पंडोर ने इसी महीने कहा था कि चीन, ब्राजील, भारत और दक्षिण अफ्रीका के प्रमुख और रूस के शीर्ष राजनयिक 22-24 अगस्त को ब्रिक्स ( BRICS summit) का हिस्सा बनेंगे।
पुतिन नहीं होंगे शामिल
रूसी राष्ट्रपति पुतिन इसमें हिस्सा नहीं लेंगे क्योंकि यूक्रेन युद्ध में उनकी भूमिका को लेकर अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) ने वारंट जारी किया हुआ है। दक्षिण अफ्रीका क्योंकि ICC में हस्ताक्षरकर्ता है, ऐसे में पुतिन के आने से एक डिप्लोमैटिक समस्या खड़ी हो सकती थी। वहीं अगर शी जीनपिंग की बात करें तो आखिरी बार वह 2018 में दक्षिण अफ्रीका गए थे। इस साल होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन (BRICS summit) में संगठन के विस्तार का एजेंडा शामिल हो सकता है।
ब्रिक्स का होगा विस्तार?
मिस्र ,अल्जीरिया और अथियोपिया जैसे कई अफ्रीकी देशों ने ब्रिक्स में शामिल होने के लिए इच्छा जताई है। इस साल सम्मेलन में सभी अफ्रीकी देशों को मिलाकर मजह 69 देशों को आमंत्रित किया गया है। ब्रिक्स ने हाल ही में संकेत दिया है कि वह विस्तार करने के लिए तैयार है। ब्रिक्स को हमेशा पश्चिमी आर्थिक वर्चस्व के खिलाफ देखा जाता रहा है। ऐसे में भारत एक एक कदम बेहद सोच समझ कर रख रहा है। भारत नहीं चाहता कि ब्रिक्स के विस्तार से इस समूह में चीन की ओर पलड़ा भारी हो जाए।