PM Modi G-21 plan: क्यों बनाना चाहते है पीएम मोदी G20 को G21?? जानिए पूरी योजना!
Latest News PM Modi G21 Complete plan! G20 विश्व के प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्था वाले देशों का ग्रुप हैं. इस ग्रुप में ऑस्ट्रेलिया (australia), अर्जेंटीना , कनाडा(canada), चीन, फ्रांस, ब्राजील, जर्मनी, भारत (india), इटली, जापान(japan), इंडोनेशिया, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, रूस, तुर्की, UK, अमेरिका (america) भी शामिल हैं.
बता दें ये ग्रुप ग्लोबल GDP के 85% का प्रतिनिधित्व करता है. ग्लोबल कारोबार की बात करें तो इनकी हिस्सेदारी 75% से ज्यादा है. दुनिया की कुल जनसंख्या की 2 तिहाई जनसंख्या G20 के देशों की है. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी G20 को G21 में बदलना चाहते है. आइए जानने की कोशिश करते हैं वो ऐसा क्यों करना चाहते हैं?
पीएम मोदी क्यों बनाना चाहते हैं G21?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुताबिक अफ्रीकी के साथ महज 55 सदस्य देश हैं. जिनको यूरोपीय (european) के साथ और अन्य देशों के साथ G20 में शामिल करना चाहिए. पीएम मोदी नें G20 देशों को एक पत्र के द्वारा प्रस्ताव दिया है.
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प्रस्ताव में लिखा हुआ था इस सम्मेलन में अफ्रीकी के साथ G20 की पूर्ण स्थायी सदस्यता दी जाए. बता दें कि अफ्रीकी संघ को वर्तमान में सर्वोच्च ग्रुप माना जाता है जो इसमें शामिल कई देशों की आवाज का प्रतिनिधित्व करता है. यह ग्रुप अफ्रीकी देशों की प्रगति और आर्थिक वृद्धि सुनिश्चित करने की दिशा में कार्य कर रहा है. इस ग्रुप को 2002 में लॉन्च किया गया था.
ऐसा करने का विचार कब आया?
रिपोर्ट के मुताबिक G20 में अफ्रीकी संघ में शामिल करने का विचार जनवरी में आयोजित ‘Voice of the Global South’ शिखर सम्मेलन में आया. इसके बाद इथियोपिया के अदीस अबाबा में इसे लेकर जिक्र हुआ कि इस प्रकार के कदम के लिए G20 के सभी नेताओं की सहमति जरूरी है.
क्यो बनाना चाहते है पीएम मोदी G21 ?
आपको बता दें भारत इस साल G20 की अध्यक्षता कर रहा है. सूत्रों की मानें कि पीएम मोदी (PM Modi) ने अफ्रीकी संघ के अनुरोध के बाद G20 के नेताओं को पत्र लिखा है. इसका उद्देश्य इंटरनेशनल स्टेज (International stage) पर अफ्रीका संघ की आवाज को उठाना है और भविष्य में विश्व को आकार देना है.
इस साल G20 ने संयुक्त राष्ट्र, विश्व स्वास्थ्य संगठन, विश्व बैंक (world bank) और IMF जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के अलावासिंगापुर, स्पेन ,बांग्लादेश (bangladesh) और नाइजीरिया सहित नौ गैर-सदस्य ‘अतिथि’ देशों को भी आमंत्रित किया है.