Odisha Chief Minister Naveen Patnaik! पिछले कुछ दिनों से यह खबर चल रही है कि ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक अपना उत्तराधिकारी खोज रहे है ।फिर बाद में या खबर भी आई की पटनायक ने अपना उत्तराधिकारी अपने प्रधान सचिव रहे आईएएस अधिकारी बी कार्तिकेय पांडियन को चुन लिया है। ओडिशा में इसको लेकर खूब चर्चा चल रही है ।लेकिन नवीन बाबू अभी इस पर कुछ भी नही बोल रहे हैं ।सच क्या है यह कोई नहीं जानता लेकिन सियासत गर्म है।आरोप भी लग रहे है और प्रत्यारोप भी हो रहे हैं ।ओडिशा की राजनीति में पहली दफा यह सब देखने को मिल रही है ।
दरअसल पांडियन ने अभी कुछ दिन पहले ही वीआरएस लिया है ।वीआरएस लेने की एक प्रक्रिया होती है लेकिन जिस जल्दबाजी में वीआरएस की प्रक्रिया पूरी हुई है और केंद्र सरकार ने उसकी स्वीकृति दी है उससे कई और सवाल खड़े हो रहे है ।केंद्र की मोदी सरकार द्वारा वीआरएस की स्वीकृति मिलते जी ओडिशा की राजनीति में जो भी बाते हो रही है उसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि संभव है कि आगामी चुनाव में बीजेपी और बीकेडी साथ मिलकर ही चुनाव लडे ।सिर ऐसा संभव भी है ।ओडिशा में अगले साल विधान सभा का चुनाव है और लोकसभा का चुनाव तो होना ही है ।
Read: Latest Odisha news today in Hindi – ओडिशा समाचार! News Watch India
ओडिशा से लेकर दिल्ली में भी इस बात की चर्चा है कि पांडियन अगले साल विधान सभा का चुनाव लडेंगे। यही बात राजनीतिक गलियारों को गर्म किए हुए है। पांडियन 2011 से हो नवीन पटनायक के साथ है और इनको छवि पटनायक के मन एक अहमियत रखती है । पांडियन लगातार पटनायक के प्रधान सचिव जय ।नवीन पटनायक के सबसे ज्यादा करीबी और उनके सलाहकार रहे प्यारे मोहन महापात्र के बागी होकर अलग होने के बाद पांडियन ही मुख्यमंत्री के राजनीतिक मामले भी देख रहे हैं। पिछले दिनों उन्होंने पूरे प्रदेश का दौरा भी किया ।जनता से की जगह मिलते भी दिखे। इस पर काफी राजनीतिक विवाद भी हुए ।बाद में पटनायक ने कहा कि उन्होंने पांडियन को इसकी जिम्मेदारी दी थी।फिर बहुत कुछ शांत हो गया ।
पांडियन तमिलनाडु के रहने वाले हैं। वे करीब 20 साल से ओडिशा में है। हालाकि उनकी पत्नी सुजाता जो खुद भी आईएएस है वह ओडिशा से ही आई है। सवाल ये है कि क्या ओडिशा की जनता पांडियन को अपना नेता स्वीकार कर पाएंगे ? अभी इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता। लेकिन लोग मान रहे है कि नवीन पटनायक कोई बड़ा खेल करने को तैयार है ।कई लोग यह। ही कह राजे है कि नवीन पटनायक अगर सुजाता को राजनीति में लाए हैं तो यह संभव है कि उनकी राजनीति आज बढ़ भी जाए लेकिन पांडियन को लेकर कोई बड़ी संभावना नहीं दुख रही।
कुछ जानकर यह भी कह रहे है की5 आगामी चुनाव बीजेपी और बीकेडी मिलकर लड़ सकते है। यह भी संभव है।दोनो पार्टियां भले ही अभी तक अलग रही है लेकिन नवीन पटनायक हर मुद्दे पर बीजेपी सरकार के साथ खड़े रहे हैं। ऐसे में संभव है कि विधान सभा और लोकसभा चुनाव बीजेपी और बीकेडी मिलकर लड़ ।कांग्रेस ने तो इस बात का खुलासा भी कर दिया है कि ये दोनो पार्टियां मिलकर प्रदेश को जनता को मूर्ख बना रही है।ये दोनो मिलकर चुनाव लडेंगे और यही सब इनका मकसद है ।इस खेल को आगे बढ़ाने में पांडियन एक सूत्रधार हो सकते है।