UPSC Coaching Centre Deaths : राजधानी दिल्ली के कोचिंग सेंटर बेसमेंट में डूबने से तीन छात्रों की मौत हुई तो इस पर राजनीति भी शामिल हो गई… जिस सिस्टम ने इन छात्रों की जान ली वही सिस्टम अब अपना दुख जताने… सांत्वना देने पहुंच रहे हैं… हादसे के बाद धरना प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मिलने आप सांसद स्वाति मालीवाल मौके पर पहुंची… दिल्ली सरकार से मनमुटाव के चलते स्वाति मालीवाल अपनी ही सरकार के खिलाफ जांच और एफ आई आर की बात कह दी..
वहीं दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी ने इस हादसे को हत्या बताते हुए केजरीवाल सरकार को गुनहगार ठहरा दिया…दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने भी आप के खिलाफ मोर्चा खोला… और पूरे हादसे को षडयंत्र बताते हुए दिल्ली की मंत्री आतिशी का इस्तीफा मांग लिया… कोचिंग सेंटर हादसे पर बीजेपी के नेता भी हमलावर नजर आये…
दिल्ली में हुए दर्दनाक हादसे के बाद कांग्रेस की तरफ से भी प्रतिक्रिया सामने आई… कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुएएक कोचिंग के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मृत्यु की घटना हृदयविदारक है। दिवंगत आत्माओं एवं शोकाकुल परिजनों के लिए ईश्वर से प्रार्थना करती हूं। हाल ही में पटेल नगर में एक छात्र की करंट लगने से मौत हो गई थी। यह लापरवाही और अव्यवस्था की पराकाष्ठा है कि जो बच्चे दूर-दूर से यहां अपने सपने पूरे करने के लिए आते हैं, उनकी जिंदगी भी उनसे छिन रही है। यह आपराधिक और गैर-जिम्मेदाराना है। इसकी जवाबदेही तय होनी चाहिए और सबसे जरूरी है कि जिन इलाकों में प्रतियोगी छात्र रहते हैं, वहां से हर वो निर्माण, हर गतिविधि जो अवैध और जानलेवा है, उसे दुरुस्त करना चाहिए।
प्रतिक्रिया राहुल गांधी की तरफ से भी आई… राहुल गांधी ने हादसे पर दुख जताते हुए सिस्टम को कठघरे में खड़ा कर दिया..एक बिल्डिंग के बेसमेंट में पानी भर जाने के कारण प्रतियोगी छात्रों की मृत्यु बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। कुछ दिन पहले बारिश के दौरान बिजली का करंट लगने से एक छात्र की मृत्यु हुई थी। सभी शोकाकुल परिजनों को अपनी भावपूर्ण संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। इन्फ्रास्ट्रक्चर का ये कोलैप्स सिस्टम की संयुक्त असफलता है। असुरक्षित निर्माण, लचर टाऊन प्लानिंग और हर स्तर पर संस्थाओं की गैरजवाबदेही की कीमत आम नागरिक अपना जीवन गंवा कर चुका रहा है। सुरक्षित और सुविधाजनक जीवन हर नागरिक का अधिकार और सरकारों का दायित्व है।
लापरवाही किसकी है… जिम्मेदार कौन है… गुनहगार कौन साबित होगा… इन तमाम सवालों का शोर राजनीती की गलियों में जोर शोर से उठ रहा है… लेकिन सच्चाई यही है कि ऐसे हादसे पहले भी होते रहे हैं… और एक बार फिर इस तरह के हादसों ने सिस्टम के फेलियर का भंडाफोड़ कर दिया है…