धर्म-कर्मन्यूज़

Premanand Ji Maharaj News : मंदिर में लड़कियां छोटे वस्त्र पहन कर आती हैं, ऐसे में क्या करें ? महाराज जी के जवाब से उड़े होश

जय भीम शंकर संस्थान के एक पुजारी ने प्रेमानन्द महाराज से सवाल किया कि मंदिर में कुछ लड़किया महिलाएं छोटे वस्त्र पहनकर आती है, इससे लोगो को दिक्कत होती है और जब उन्हें टोका जाता है तो वे कहने लगती है हमारी मर्जी है, तुम्हे क्या अधिकार है.

Premanand Ji Maharaj : प्रेमानंद जी महाराज से सत्संग में एक पुजारी ने सवाल पूछा कि मंदिर में लड़कियां छोटे कपड़े पहन कर जाती हैं, ऐसे में क्या करें ? महाराज जी का ये जवाब सुनिए, विचार बदल जाएंगे.

मंदिरों में छोटे वस्त्र पहनकर आने वाली महिलाओं को उपदेश देना घातक साबिक हो सकता हैं. जी हां, यदि कोई इस विषय पर आपसो पूछ रहा है तो उपदेश दो, अन्यथा आप पर रिपोर्ट हो जाएगी. मनमाना आचरण का समय चल रहा है, शास्त्र आचरण का पालन करना कहीं नही रह गया है. इसलिए अपनी दृष्टि ठीक कर लें. यह बातें संत प्रेमानन्द महाराज ने श्री राधा केली कुंज में गुरूवार को एकांतिक वार्ता के दौरान कही.

आपको बता दें जय भीम शंकर संस्थान के एक पुजारी ने प्रेमानन्द महाराज से सवाल किया कि मंदिर में कुछ लड़किया महिलाएं छोटे वस्त्र पहनकर आती है, इससे लोगो को दिक्कत होती है और जब उन्हें टोका जाता है तो वे कहने लगती है हमारी मर्जी है, तुम्हे क्या अधिकार है.

SEE MORE:  Latest News Today’s big news headlines । Maharashtra Politics News Update

इस सवाल का प्रेमानन्द महाराज ने जवाब दिया कि यदि आपसे प्रश्न किया जाए कि हम छोटे कपड़े पहन सकते है या नही तो उत्तर दिया जा सकता है, क्योकि वह जानना चाहते हैं. यदि आप ऐसे ही बोलोगे तो बहुत ही गलत हो जायेगा, रिपोर्ट हो जाएगी. आपको लिए उसके मन में विचार आएगा कि ये तो गलत दृष्टि वाला है इसलिए खुद को बचा लो, यही खास बात है, दूसरे को बचाने/ सुधारने जाओगे ते खुद भी घसीटे जाओगे.

यहा भी पढ़े: तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में चक्रवात ‘फेंगल’ का कहर: तेज बारिश और तेज़ हवाओं की चेतावनी

महाराज (Saint Premananda Maharaj) ने आगे कहा कि मन और इंद्री की गुलामी को स्वतंत्रता (Freedom) माना गया है व शास्त्र और गुरू की आज्ञा को परतंत्रता (dependency) माना गया है. संत और शास्त्रत्त् के वचनों में श्रद्धा ही नही है तो मनमानी आचरण स्वाभाविक है कहा कि यदि बहन बीमार है तो उसे कपड़े पहनाना या शौच क्रिया कराने से काम आ जायेगा क्या? इसलिए हमें अपनी टृष्टि को पावन करना हैं, क्योकि मनमानी आचरण का समय चल रहा है,शास्त्र आचरण का पालन करना कही नही रह गया है.

ब्वॉय-फ्रेंड-गर्लफ्रेंड शास्त्र में व्यभिचार

संत प्रेमानन्द महाराज ने कहा कि बच्चा – बच्ची बॉयफ्रेंड-गर्लफ्रेंड बन रहे हैं, एक से अधिक महिला- पुरूषा से संबंध रख रहे हैं. इसे शास्त्रीय भाषा में व्यभिचार कहा गया है. ऐसे लज्जाहीन, बुद्धिहीन, मर्यादाहीन अपने जीवन का सदुपयोग नही कर पाएंगे.

नौजवान सुधरें तो सुधर जाएगा भारत

संत प्रेमानंद महाराज ने कहा कि कलिकाल चल रहा है. ये तो पता नहीं कि कौन सी लहर चल रही है जो संतों के प्रति श्रद्धा है. हम अफसोस मान रहे नौजवानों का जो संतों में आस्था रख मनमानी आचरण का त्याग रहे है. सुबह निकलने वाली यात्रा में 80% नौजवान शामिल होते है. बच्चे गलत आचरण और नशा न करें तो हम इनके पैर छू लें. ये भारत के भविष्य हैं. ये सुधर जायेंगे तो भारत सुधर जायेगा.

मंदिरों पर लगाए जा चुके बोर्ड


आपको बता दें नगर के कई प्रमुख मंदिर महिलाओं से छोटे और अमर्यादित कपड़े पहनकर न आने का आह्हान कर चुके हैं सप्त देवालयों में शामिल ठाकुर श्री राधादामोदर मंदिर ने इस बाबत मंदिर के मुख्य दरवाजे पर बोर्ड भी लगवा दिया. इसके बाद पागल बाबा मंदिर ने भी मंदिर के बाहर नोटिस लिख दिया, जिसमें महिलाओं से अमर्यादित तपड़े पहनकर न आने की अपील की गई. इसके साथ ही ब्रज के अन्य मंदिरों में भी ऐसी अपील की जा चुकी है.

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) पढ़ें हिंदी में और देखें छोटी बड़ी सभी न्यूज़  News Watch India पर। देश (India News) अपडेट और चुना (Elections) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे News Watch India Live TV 24X7  से।

Written By । Prachi Chaudhary । Nationa Desk । Delhi

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button