Russia Nuclear Test Today: रूस ने नाटो देशों को यूक्रेन में सेना भेजने पर युद्ध और परमाणु हमले की धमकी दी थी। इस धमकी के 24 घंटे के भीतर ही रूस ने परमाणु मिसाइल लॉन्च कर दी है. 50 हजार किलोग्राम और 75 फीट की यार्स बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण (Russia Nuclear Test Today) किया गया है।
रूस ने पश्चिमी देशों पर परमाणु हमले की धमकी के 24 घंटे के अंदर ही न्यूक्लियर मिसाइल टेस्ट किया है। रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन के कमांडरों ने यार्स बैलिस्टिक मिसाइल के टेस्ट (Russia Nuclear Test Today) की घोषणा की है। यह मिसाइल परमाणु हथियार ले जा सकती है। रूस की सरकारी मीडिया की ओर से वीडियो जारी किया गया है। इसमें 50 हजार किग्रा और 75 फीट के मिसाइल को एक मोबाइल लॉन्चर से दागते हुए दिखाया गया है। इससे पहले पुतिन ने राष्ट्र के नाम संबोधन में ढाई घंटे का भाषण दिया। इसमें उन्होंने परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की धमकी दी थी।
पुतिन की धमकी नाटो देशों के लिए थी। उन्होंने नाटो को यूक्रेन युद्ध में हस्तक्षेप न करने को कहा था। इसके अलावा उन्होंने इस दौरान परमाणु हथियारों से (Russia nuclear threat) जुड़ी वॉर्निंग दी। पुतिन ने कहा था कि जिसने भी रूस पर हमला किया उसे दूसरे विश्वयुद्ध से ज्यादा खतरनाक परिणाम देखने को मिलेगा। साथ ही उन्होने कहा था कि अगर उन्हें उकसाया गया तो वह परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेंगे। रूस की स्ट्रैटजिक न्यूक्लियर फोर्स पूरी तरह से तैयार हैं।
कितनी है इस मिसाइल की ताकत
नाटो सेना (Russia Nuclear Test Today) यार्स मिसाइल को एसएस-29 के नाम से जानती है। यह 32000 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से अपने लक्ष्य पर वार कर सकती है। ये मिसाइलें 500 किलोटन तक परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं। यह द्वितीय विश्व युद्ध में अमेरिका द्वारा हिरोशिमा पर गिराए गए बम की शक्ति का लगभग 30 गुना है। इसके अलावा यह बड़े क्षेत्र में भयानक तबाही मचाने के लिए कई अन्य हथियारों से लैस हो सकता है। यार्स मिसाइल को साइलो, ट्रकों या रूस के चारों ओर यात्रा करने वाली परमाणु ट्रेन से दागा जा सकता है।
रूस के पास कितने परमाणु हथियार रूस के पास अनुमान के मुताबिक 150 से ज्यादा यार्स मिसाइलें सर्विस में हैं। इसके अलावा पुतिन के पास 6000 परमाणु हथियार हैं। रूसी सेना ने एक बयान में इस टेस्ट (Russia Nuclear Test Today) की पुष्टि की है। रूसी सेना ने कहा, ‘इस टेस्ट का उद्देश्य मिसाइल प्रणाली की सामरिक, टेक्निकल और उड़ान विशेषताओं की पुष्टि करना था। टेस्ट सफल रहा।’ फ्रांस के राष्ट्रपति ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि नाटो सेना यूक्रेन में भेजी जा सकती है। इसके जवाब में पुतिन पहले भी कहते रहे हैं कि सैनिकों को भेजना नाटो के साथ सीधा युद्ध होगा।