Modi Surname Case: मोदीसर नेम को लेकर हाईकोर्ट की तरफ से दिए गए फैसले में जो झटका लगा उसके बाद से गांधी परिवार में सियासी गरजना होने लगी है। गुजरात हाईकोर्ट की तरफ से कोर्ट की तरफ से जो याचिका खारिज की गई उसके बाद राहुल गांधी जमकर गरजे हैं। उन्होनें ने कहा कोर्ट का फैसला मुझे स्वीकार है। मेरी याचिका खारिज कर जो सजा को निरस्त किया गया है उससे मुझे किसी भी प्रकार की कोई आपत्ति नहीं है। अब मुझे कोई भी फर्क नही पड़ता है, इतना ही नहीं चाहे तो हमारी संसद की सदस्यता को हमेशा के लिए अयोग्य ठहरा दें। जो करना है कर लें लेकिन मै किसी भी कीमत में रूकने वाला नहीं हूं और ना ही सवाल पूछना बंद करूंगा।
अपनी तपस्या करता रहूंगा
राहुल गांधी ने आगे कहा कि मैं हिंदूस्तान के लिए और इसके लोकतंत्र की रक्षा करने के लिए हमेशा लड़ता रहूंगा। हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद राहुल गांधी का बरसने का सिलसिला यहीं नहीं थमा आगे उन्होंने कहा कि मैं किसी भी चीज से नहीं डरता हूं और न ही कभी डरूंगा सत्य के लिए हमेशा ही लडूंगा। जिसको जो करना है वो करें। सदस्यता मिले या न मिले लेकिन मै पीछे नहीं हटने वाला हूं। यह एक सच्च है। इतना ही नहीं आगे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आगे यहां तक कह डाला कि चाहे यह मुझे अस्थायी तौर पर डिसक्वॉलीफाई ही क्यों न कर दें तो भी मैं अपना काम सत्य के लिए करता रहूंगा। मै भटकने वाला नहीं हूं।
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हाईकोर्ट ने लगाई राहुल को फटकार
कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि राहुल गाँधी के खिलाफ लगभग दस आपराधिक मामले लंबित हैं। यहाँ तक की इस शिकायत के बाद राहुल गाँधी के खिलाफ एक और शिकायत वीर सावरकर के पोते ने दर्ज कराई है। इसका मतलब ये हुआ कि आप गलती करने से बाज नहीं आ रहे हैं। कोर्ट ने कहा कि अगर निचली अदालत की सजा पर रोक लगाना राहुल गाँधी के साथ बिल्कुल भी अन्याय नहीं होगा। दोषसिद्धि पर रोक लगाने का कोई उचित तर्क और फैक्ट नहीं दिया गया है। इसलिए सेशंस कोर्ट द्वारा दिया गया निर्णय बिल्कुल न्यायसंगत और सर्वथा उचित है। अब राहुल गाँधी के लिए अब एक ही दरवाजा बाकी है और वह है सुप्रीम कोर्ट। खबर है कि राहुल गाँधी आज के फैसले को अब सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे।