रामनगरी अयोध्या में सरयू किनारे बन रहा है रामचरितमानस अनुभव केंद्र ,लगेगा राम दरबार!
Ayodhya: रामनगरी अयोध्या! और अयोध्या की शोभा बढ़ाती सरयू नदी। सरयू नहीं तो अयोध्या कैसी? और अयोध्या नहीं तो सरयू की क्या बिसात! दोनों एक दूसरे के पूरक! प्रभु श्रीराम इसी अयोध्या (Ayodhya) में जन्म लिए और इसी सरयू नदी ने स्नान ध्यान करते रहे। अयोध्या का कण-कण राम के चरण बिंदु से मुस्कुराता रहा और उधर सरयू प्रभु राम के चरण प्रक्षालन से तरंगित होता रहा। अयोध्या आज भी वही है और सरयू भी वही विराजमान है। अब जब अयोध्या में भगवान राम का मंदिर का अंतिम चरण बनकर तैयार होने को है तो सरयू भी पूरे तरंग में है। भक्तजन सरयू की शोभा को भी बढ़ाने में जुटे हैं। यह सब इसलिए किया जा रहा कि जब अयोध्या के भव्य मंदिर के उद्घाटन पर देश-दुनिया के लाखों भक्त यहां पहुंचे तो उन्हें अयोध्या और सरयू की महिमा का पता चले। सरयू के किनारे कई तीर्थ धाम बनाये जा रहे हैं।
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मकसद एक ही है। जो अयोध्या आये वह बार-बार आये। अयोध्या की यात्रा को यादगार बनाने के लिए अयोध्या के गुप्तार घाट के समीप सरयू नदी के तट पर 75 एकड़ में अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा श्रीराम चरित मानस अनुभव केंद्र विकसित किया जा रहा है। मंडलायुक्त गौरव दयाल का कहना है कि श्रीराम मंदिर निर्माण के साथ ही अयोध्या (Ayodhya) आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में लाखों की वृद्धि की सम्भावना है। इसी को ध्यान में रखकर वर्तमान सरकार विकास की कई योजनाएं चला रही है। इसमें कई योजनाएं निजी कंपनियों द्वारा चलाई जा रही है। निवेश किये जा रहे हैं।
अधिकारी का कहना है कि श्रीराम चरित मानस अनुभव केंद्र श्रीराम के जीवन चरित्र के साथ ही उनके जन्म स्थान अयोध्या एवं उत्तर प्रदेश की संस्कृति और परंपरा का अनुभव कराएगी। इस अनुभव केंद्र के अंतर्गत 100 टेंट्स की टेंट सिटी के साथ ही राम दरबार ,धार्मिक हाट ,टॉयलेट ब्लॉक, लैंडस्केप जोन, ओपन सिटिंग, सीता रसोई, श्रीराम जल समाधी स्थल, लोक नृत्य स्टेज, रामलीला जोन, सिटिंग प्लाजा, श्रीराम जाप पथ, ध्यान गुफा, घुड़सवारी, आदि कई सुविधाएं विकसित की जा रही है।
यह सब अयोध्या की महिमा को दिखाएगी और सरयू की पावन धरा की महत्ता को बढ़ाएगी। जब अयोध्या का भव्य मंदिर खुलेगा और भक्तों की टोली यहां पहुंचेगी तो अयोध्या देखते ही बनेगी। राम की अयोध्या! प्रभु श्रीराम की अयोध्या! सीता राम की अयोध्या! रघुनाथ की अयोध्या ! महाराज दशरथ की अयोध्या और दिलीप की अयोध्या। और फिर सरयू की महिमा जानकार सब दंग रह जायेंगे।