Sanatan Dharma Controversy: उत्तर प्रदेश कुछ ज्यादा ही हिंदुत्व को लेकर सक्रिय हुआ है। यह बात और है कि पूर्वी यूपी सदा से ही समाजवादी व्यवस्था का वाहक रहा और सत्ता के खिलाफ ही लड़ाई लड़ता रहा। अंग्रेजों के जमाने में भी पूरी यूपी ने ही सबसे ज्यादा अंग्रेजों का सामना किया था और उसका खामियाजा आज भी भुगत रहा है। लेकिन आज जिस तरह से यूपी में हिंदुत्व को लेकर एक नई होड़ मची ही है, आज से पहले कभी नहीं देखी गई। यह बात और है कि प्रदेश में लगातर दो चुनाव से बीजेपी की सरकार बनती जा रही है लेकिन यह भी सच है कि बीजेपी की सरकार बनते हुए भी यूपी कभी हिंदुत्व का अखाड़ा नहीं। लेकिन अब ऐसा ही दिख रहा है। प्रदेश की एक बड़ी आबादी अब हिंदुत्व को लेकर आक्रामक है। भले ही जो आबादी हिंदुत्व को लेकर नारेबाजी करती दिख रही है उनके पास सवाल पूछने पर कोई माकूल जवाब नहीं होते और जो जवाब होते हैं उनमें कोई तर्क नहीं हैं। लेकिन वे इतना जरूर कहते हैं कि हिंदुत्व की लड़ाई जारी रहेगी।
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इधर सनातन धर्म को लेकर विवाद जारी है। दक्षिण के राज्य तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने एक सभा में कहा था कि सनातन धर्म को ख़त्म कर दिया जाना चाहिए क्योंकि इसमें काफी बुराई है और यह धर्म बाकियों को आगे नहीं बढ़ने देता। सनातन धर्म की तुलना मंत्री ने डेंगू और मच्छर से भी की है। लेकिन अब इस बहस को बीजेपी ने लपक लिया है। बीजेपी को लग रहा है कि इस मुद्दे पर विपक्ष को बौना किया जा सकता है। विपक्ष इन दिनों इंडिया गठबंधन बनाकर लगातार बीजेपी पर हमलावर हैं और बीजेपी अभी बचाव की हालत में भी है।
लेकिन जैसे ही सनातनी का खेल सामने आया बीजेपी जाग उठी है। अब यह बहस लम्बे समय तक चलेगी। इस बहस का चुनावी परिणाम क्या होगा यह भी देखना होगा क्योंकि भारत में एक बड़ी आबादी धर्म को लेकर जागृत है और उसके पास कुछ रहे या न रहे, उसका धर्म जीवित रहना चाहिए। चूंकि यह आस्था का विषय है इसलिए इस पर कोई विवाद भी ठीक नहीं। इसलिए सनातन का यह खेल अब चुनाव को भी प्रभावित करेगा यह सच है। अब आंकलन यह भी किया जा रहा है कि स्टालिन का यह बयान सही था या नहीं। इंडिया के लोग भी जानते हैं कि अभी तक वह बीजेपी को घेर रहे थे लेकिन सनातन का मुद्दा सामने आने पर बीजेपी अब आक्रामक हो गई है।
यूपी के रामपुर में उदयनिधि स्टालिन और प्रियांक खड़गे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। यह मामला वकीलों ने सिविल लाइन्स थाना में दर्ज किया है। उधर योगी सरकार के मंत्री और बीजेपी नेता अनिल राजभर ने कहा है कि हमारा देश और मोदी सरकार किसी को भी सनातन धर्म का नुकसान नहीं करने देगा। हम उन लोगों का स्वागत करते हैं जिन्होंने दोनों के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
उदयनिधि स्टालिन तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के स्टालिन के पुत्र हैं और राज्य के युवा कल्याण और खेल मंत्री भी है। उधर प्रियांक खड़गे कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के पुत्र हैं और सरकार में ग्रामीण और पंचायती राज्य मंत्री हैं। याद रहे चार सितम्बर को उदयनिधि स्टालिन ने सनातन की तुलना एक बीमारी से की थी। अब स्टालिन के उसी बयान से आहत होकर यूपी के रामपुर जिले के अधिवक्ता रामसिंह लोधी और हर्ष गुप्ता ने शिकायत दर्ज कराई है।
अब इसके बाद एक नया खेल चलेगा। दोनों नेताओं को यूपी अदालत में बुलाया जाएगा। यह सब तब तक चलेगा जब तक चुनाव में कोई बड़ा परिणाम नहीं आये। बीजेपी की फिर से लोकसभा में जीत होगी तो इन नेताओं को दण्डित भी किया जायेगा और अगर खेला खत्म हो गया तो सनातन की यह राजनीति बंद हो सकती है।