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Social Media Data Leak: SOCIAL MEDIA पर कितना सुरक्षित है हमारा डाटा?

Social Media Data Leak

Social Media Data Leak: क्या हमारा DATA SOCIAL MEDIA पर डाटा सुरक्षित नहीं हैं? ये सवाल इसलिए क्योंकि एक्स के मालिक एलन मस्क वाट्सऐप पर डाटा में सेंधमारी को लेकर बड़ा आरोप लगाया है। समझना होगा कि मस्क के इस दावे में कितनी सच्चाई है? क्या वाकई हमारे-आपके डाटा का इस्तेमाल टारगेट एडवरटाइजिंग के लिए किया जाता है?


हम-आप में से शायद ही कोई ऐसा हो जो WhatsApp का इस्तेमाल नहीं करता हो…दरअसल, WhatsApp में टेस्ट मैसेजिंग से लेकर वॉयस और वीडियो मैसेजिंग के अलावा कई यूनिक फीचर्स होते हैं। लेकिन एलन मस्क ने दुनिया के इस सबसे बड़े इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म को लेकर एक बड़ा आरोप लगाया है। आरोप भी छोटा-मोटा नहीं, बल्कि ये डाटा ब्रीच से जुड़ा एक गंभीर आरोप है। एलन मस्क ने कहा है कि वाट्सऐप डेली रात को अपने यूजर्स का डेटा एक्सपोर्ट करता है। जो लोग ये सोचते हैं कि उनका डाटा पूरी तरह से सुरक्षित है, उन्हें ये गतलफहमी है। मस्क के इस बयान ने WhatsApp के यूजर्स को चिंता में डाल दिया है। इसी महीने की शुरुआत में भी मस्क ने मेटा पर अपने प्लेटफॉर्म में कैंपेन चलाने वाले एडवरटाइजर्स को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया था।
एलन मस्क ने कहा है कि WhatsApp अपने यूजर्स के डाटा का इस्तेमाल टारगेट एडवरटाइजिंग के लिए करता है। मस्क ने तो यहां तक कह दिया है कि WhatsApp अपने यूजर्स को कस्टमर की बजाय एक प्रोडक्ट की तरह इस्तेमाल करता है। WhatsApp की ओर से मस्क के इन आरोपों पर फिलहाल तो कोई सफाई नहीं आई है। लेकिन क्या वाकई सोशल मीडिया पर यूजर्स एक उत्पाद बनकर रह गए हैं। जिनकी प्राईवेसी का कोई मायने नहीं रह गया है। ये एक अहम सवाल है।
फिलहाल तो डाटा चोरी के मामले पहले भी आए हैं… दो साल पहले यानि 2022 में खुद मेटा ने 10 लाख यूजर्स की जानकारी पासवर्ड के साथ चोरी होने की चेतावनी जारी की थी। मेटा ने कहा था कि यूजर्स का ये डाटा थर्ड पार्टी एप्स के जरिए लीक हुआ। वहीं 2018 में करोड़ों फेसबुक यूजर्स के डाटा में सेंधमारी के एक मामले में अमेरिकी फेडरल ट्रेड कमीशन ने फेसबुक पर 2019 में 5 अरब डॉलर का जुर्माना लगाया था।


लेकिन इस बार डाटा में सेंधमारी के आरोप किसी हैकर्स पर नहीं लगे हैं। बल्कि खुद कंपनी पर डाटा के गलत इस्तेमाल के आरोप लगे हैं। ये एक बड़ी चिंता है। फिलहाल तो सवाल ये भी उठता है कि क्या डाटा में सेंधमारी का काम एक्स नहीं करता । क्या वो अपने यूजर्स के डाटा का गलत इस्तेमाल नहीं करता? ये सवाल इसलिए क्योंकि इसी साल मार्च में एक्स पर भी अमेरिकी सरकार को यूजर्स का डाटा बेचने का आरोप लगा था। जिसमें कहा गया था कि एक्स की ओर से बेचा गया डेटा डेटामाइनर नामक कंपनी खरीदती है, जो सर्विलांस से जुड़ी एक फर्म है। इन डाटा का इस्तेमाल वो ऑनलाइन प्लेटफार्मों पर पब्लिक एक्टिविटी को ट्रैक करने में करती है।
वैसे भी दुनिया में इस समय सबसे कीमती प्रोडक्ट अगर कोई है तो वो है डाटा । खासकर कारोबार के लिहाज से जो कारोबार डाटा के लिहाज से जितना मजबूत होगा, उतना ही उसके फलने-फूलने की उम्मीद भी ज्यादा होगी।

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