Son baby stolen: हरिद्वार में रुपयों के लालच में बनी चार महिलाएं चोरनी, बच्चा सकुशल बरामद
पुलिस का कहना है कि ढाई लाख रुपयों के लालच में किरन ने अपने पडौसी रविन्द्र के आठ माह के बेटे शिवागं को चुरा लिया। किरन ने बच्चे को सुषमा को, सुषमा ने अनीता को और अनीता ने यह बच्चा रुबी तक पहुंचाया। रुबी ने यह बच्चा संजय व पारुल को दे दिया। रुबी ने कहा था कि जल्द ही बच्चे को गोद लेने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
हरिद्वार। थाना ज्वालापुर पुलिस ने कडच्छ मौहल्ले से शनिवार को चोरी हुए आठ माह के बच्चे सकुशल बरामद कर लिया है। इस मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों में पांच महिलाएं व एक पुरुष हैं, इनमें एक निःसंतान दंपति भी है। गढवाल की डीआईजी करण सिंह नगन्याल एसएसपी हरिद्वार कार्यालय पहुंचे। उन्होने आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम को 30 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की।
एसएसपी अजय सिंह ने पत्रकारों को बताया कि ज्वालापुर के कडच्छ मौहल्ले से रविन्द्र के बेटे शिवांग का शनिवार को घर से ही को चोरी हो गया था। पुलिस ने इस मामले में श्यामपुर के रहने वाले संजय, उसकी पत्नी पारुल, आशा कार्यकत्री रुबी, ज्वालापुर के कडच्छ मौहल्ले की रहने वाली किरन, सुषमा, अनीता आंगनवाडी कार्यकत्री रुबी को गिरफ्तार किया है।
उन्होने बताया कि कपड़ा व्यापारी संजय निःसंतान था। संजय ने अपनी पत्नी पारुल की सहमति से अपनी परिचित आंगनवाडी कार्यकत्री रुबी के बेटा गोद दिलाने के लिए कहा। इसके लिए उसने ढाई लाख रुपये खर्च करने की बात कही। रुबी ने अपनी परिचित किरन को यह बात बतायी।
पुलिस का कहना है कि ढाई लाख रुपयों के लालच में किरन ने अपने पडौसी रविन्द्र के आठ माह के बेटे शिवांग को चुरा लिया। किरन ने बच्चे को सुषमा को, सुषमा ने अनीता को और अनीता ने यह बच्चा रुबी तक पहुंचाया। रुबी ने यह बच्चा संजय व पारुल को दे दिया। रुबी ने कहा था कि जल्द ही बच्चे को गोद लेने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
रुबी ने बच्चे को चोरी करने उन्हें सौंपने की बात नहीं बतायी थी। जब पुलिस ने उनके घर से बच्चा बरामद करने पहुंची तो संजय व उसकी पत्नी पारुल को इसका पता चला। पुलिस ने बच्चा चुराकर उन तक पहुंचाने वाली चारों महिलाओं के साथ-साथ संजय व पारुल को भी गिरफ्तार कर लिया है।