नई दिल्ली: श्रीदेवी (Sridevi) बेहतरीन अभिनेत्री के साथ-साथ एक बहुत अच्छी इंसान भी थीं। आज वो हमारे बीच में नही हैं लेकिन 90 के दशक से लेकर अभी तक उन्हें हर इंसान जानता है। इन्होनें हिंदी के अलावा तेलूगु, तमिल, मलयालम और कन्नड़ फिल्मों में भी काम किया है। उन्होने अपनी फिल्मी करियर की शुरूआत फिल्म सोलवां सावन से की थी जो साल 1979 में आई थी। उनको बॉलीवुड में पहचान फिल्म हिम्म्तवाला से मिली थी।
हिंदी सिनेमा जगत में चांदनी के नाम से मशहूर अभिनेत्री श्रीदेवी (Sridevi) अपने दमदार अभिनय और अपनी जानदार फिल्मों के जरिए लोगों के दिलों-दिमाग में आज भी जिंदा है। श्रीदेवी (Sridevi) को लेकर आज भी लोग कहते हैं कि बॉलीवुड में दूसरी चांदनी अब तक नजर नहीं आई। लेकिन एक बार बॉलीवुड की चांदनी 13 साल की उम्र में मां बन चुकीं हैं। ये कहानी भी बहुत दिलचस्प है कि आखिर ऐसी क्या बात थी कि उनको इतनी छोटी उम्र में मां बनना पड़ा था।
13 साल के उम्र में मां बनीं श्रीदेवी
ये किस्सा साल 1960 का है, जब बालचंदर के निर्देशन में बनी फिल्म मंदरू मुदिचू में श्रीदेवी ने काम किया था। महज 13 साल की उम्र में ही श्रीदेवी (Sridevi) ने इस फिल्म में एक बड़ी महिला का किरदार निभाया था। श्रीदेवी (Sridevi) ने इस फिल्म में एक विवाहिता महिला की भूमिका निभाई थी। खास बात यह थी कि इस फिल्म में उनके साथ सुपरस्टार रजनीकांत नजर आए थे और इस फिल्म में 13 साल की श्रीदेवी ने 25 साल के रजनीकांत की सौतेली मां की भूमिका अदा की थी।
रजनीकांत के साथ रही अच्छी दोस्ती
इस फिल्म की कहानी श्रीदेवी (Sridevi) और रजनीकांत के इर्द-गिर्द ही घूमती है। जिसमें श्रीदेवी रजनीकांत से बदला लेने के लिए उनके पिता से शादी करती है और रजनीकांत को तब तक मानसिक रूप से प्रताड़ित करती है जब तक वह अपनी सौतेली मां से माफी नहीं मांग लेते हैं। इस फिल्म के साथ ही श्रीदेवी और रजनीकांत के बीच काफी अच्छी दोस्ती हो गई थी। इस फिल्म से शुरू हुई रजनीकांत और श्रीदेवी की जोड़ी ने करीब 20 से ज्यादा फिल्मों में एक साथ काम किया था।