West Bengal News: पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के गुंडों ने जमकर उत्पात मचाया हुआ है। ममता के राज में बंगाल की बेटियों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ देश के हर हिस्से से आवाज़ उठ रही है। बता दें कि दिल्ली में यूनाइटेड हिंदू फ्रंट ने ममता सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया, नारेबाजी की गई, पुतला जलाया गया और बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की गई।
दिल्ली की तरह ही सिलीगुड़ी में भी प्रदर्शन हुआ, ममता सरकार के खिलाफ यहां बीजेपी युवा मोर्चा ने हल्ला बोला। संदेशखाली को लेकर सवाल उठे तो TMC नेताओं को 10 दिन बाद वहां जाने की याद आई। लिहाजा TMC विधायक पार्थ भौमिक की अगुवाई में एक प्रतिनिधि मंडल संदेशखाली पहुंचा। दावा ये किया कि वो सच जानने आए हैं।
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TMC के नेता संदेशखाली तब पहुंचे जब विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला। बंगाल में बीजेपी सड़कों पर उतरी। जमकर प्रदर्शन किए। 16 फरवरी को केंद्र से भी बीजेपी का डेलीगेशन कोलकाता पहुंचा 6 लोगों की टीम संदेशखाली जाना चाहती थी लेकिन उन्हें तब जाने नहीं दिया गया। उसी दिन कांग्रेस का प्रतिनिधिमंल भी संदेशखाली जाने से रोक दिया गया।
बंगाल से लौटे बीजेपी नेताओं ने ममता सरकार पर गंभार आरोप लगाए हैं। कई सवाल भी पूछे हैं और तीखा हमला बोला है। मुद्दा बड़ा है और महिला सुरक्षा से जुड़ा है और सवाल सरकार के साथ साथ बंगाल की पुलिस पर भी हैं। ऐसे में मां-माटी और मानुष की बात करने वाली ममता बनर्जी के खिलाफ बीजेपी ने पूरी ताकत से मोर्चा खोल दिया है। संदेशखाली में महिलाओं के प्रदर्शन और विपक्ष के दबाव के बाद पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी शिबू हाजरा को गिरफ्तार किया है। पुलिस के रवैये पर लगातार सवाल उठते रहे हैं। पहले रेप का मुकदमा दर्ज ही नहीं किया जा रहा था। बाद में कोर्ट के आदेश के बाद FIR में गैंगरेप की धारा जोड़ी गई और हाजरा को गिरफ्तार करना पड़ा।
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शिबू हाजरा के ऊपर यौन उत्पीड़न के साथ धमकाने और जमीन कब्जाने के भी आरोप हैं। शिबू हाजरा के संदेशखाली में पोल्ट्री फार्म थे। आरोप है कि उसने ये पोल्ट्री फार्म सरकारी जमीन के साथ अन्य लोगों की जमीन पर बना रखे थे। शाहजहां शेख के करीबी होने की वजह से लोग पहले विरोध नहीं कर पा रहे थे। मगर महिलाओं ने मोर्चा खोला तो अब उसके खिलाफ कार्रवाई की गई है।
हाजरा की गिरफ्तारी के बाद भी TMC पूरे मामले को झूठा बताने की कोशिश कर रही है और विपक्ष पर ही सवाल उठा रही है। संदेशखाली में TMC के नेताओं पर गंभीर आरोप लगे हैं लेकिन उन पर कार्रवाई की बजाय पार्टी लीडरशिप बचाव के रास्ते तलाश रही है।
अब बड़ा सवाल ये है कि मुख्य आरोपी शेख शाहजहां कहां है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी क्यों नहीं कर पा रही। शेख शाहजहां 5 जनवरी से ही फरार है। तब ED की टीम उससे पूछताछ करने पहुंची थी जिसके बाद उसके समर्थकों ने हमला कर दिया था। हैरानी इस बात को लेकर है कि संदेशखाली की महिलाएं लगातार शेख शाहजहां की गिरफ्तारी की मांग कर रही हैं लेकिन पुलिस का दावा है कि उसके खिलाफ कोई मुकदमा ही नहीं है।
संदेशखाली केस को लेकर पुलिस पर पहले दिन से ही सवालों में है और जिसे मुख्य आरोपी बताया जा रहा है अगर उसके खिलाफ कोई मुकदमा ही नहीं है तो मामला गंभीर हो जाता है। महिला सुरक्षा के इस मुद्दे पर आरोप-प्रत्यरोप का दौर भी जारी है।
TMC दूसरे राज्यों का हवाला देकर अपनी सरकार का बचाव करने में जुटी है। लेकिन बंगाल में ये पहला मौका नहीं है जब ममता सरकार पर सवाल उठे हों। प्रधानमंत्री मोदी भी बार-बार इस मुद्दे पर अपनी चिंता जता चुके हैं।
महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों को लेकर पीएम हमेशा संजीदा रहे हैं। ऐसे में जबह 7 मार्च को वो संदेशखाली से 60 किलोमीटर की दूरी पर सभा करेंगे तो बंगाल की महिलाओं को सुरक्षा की गारंटी जरूर देंगे। क्योंकि ये सिर्फ चुनावी मुद्दा नहीं बल्कि लोगों की जिंदगी से जुड़ा मुद्दा है।