दिल्ली

तेंदुआ आया, घर में घुसा और फिर हुआ ये….!

Delhi News: दिल्ली के बुराड़ी इलाके में यमुना किराने चुपचाप दबे पांव एक तेंदुआ घुस आया है। पूरे इलाके में दहशत फैल गई है। लोग डरे हुए हैं। क्योंकि अब तक रेस्क्यू करने वाली टीम यहां नहीं पहुंची है। गांव वालों ने हिम्मत दिखाते हुए या कहें अपनी जान पर खेल कर इस तेंदुओं को पकड़ने की कोशिश की।
आखिरकार गांव वाले अपनी कोशिश में कामयाब भी हो जाते हैं। लेकिन अब तक ये तेंदुआ यहां कई लोगों को घायल कर चुका था। दरअसल गांव वालें डंडों की मदद से तेंदुए को एक कमरे में बंद कर देते हैं। जिस कमरे में इसे बंद किया वहीं इस तेंदुए ने घर के भीतर मौजूद तीन सदस्यों को जख्मी कर दिया। वन विभाग की टीम तेंदुए को घर से बाहर निकाल कर लाने में कामयाब नहीं हो पाई । आखिरकार घर के अंदर जाल लगाने की तैयारी की जाती है। इस बीच पुलिस बल भी वहां पहुंच जाता है। हालात यहां तनावपूर्ण बने हुए रहते हैं।


लोगों को आशंका है और भी तेंदुए आसपास में मौजूद हो सकते हैं क्योंकि पहले भी इसी क्षेत्र के आसपास एक तेंदुआ एक्सीडेंट में मौत का शिकार हो गया था।उसके बाद भी गांव के लोगों ने दूसरे तेंदुए को देखा था। अब डर बना हुआ है कि और भी तेंदुए हो सकते हैं ।आखिरकार पांच घंटे बाद रेस्क्यू टीम तेंदुए को पकड़ने में कामयाब हो जाती है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक बुराड़ी में आए लेपर्ड को पकड़ लिया गया है….
दिल्ली पुलिस के मुताबिक बुराड़ी में आए लेपर्ड को पकड़ लिया गया है। पाँच घंटे से अधिक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद वन विभाग के अधिकारियों को मिली सफलता। हालांकि ये कोई पहली घटना नहीं है कि ये वन्यजीव शहर और गांव की तरफ भाग रहे हैं… इससे पहले भी कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं।
पिछले आंकड़ों की बात करे तो वर्ष 2000 से 2024 तक तेंदुए की मौजूदगी से गांवों से लेकर शहर तक हड़कंप मचा चुका है। तेंदुए की शहर में आवाजाही साल दर साल बढ़ रही है। इसी का नतीजा है कि पिछले 24 सालों में एक दर्जन से ज्यादा बार तेंदुआ शहर दिखाई दिया है।


साल 2014 में मेरठ के सदर बाजार में तेंदुआ घनी आबादी के बीच घुस आया था।12 अप्रैल 2016 को सदर कबाड़ी बाजार लकड़ी की टाल में मिले तेंदुए ने कैंट हॉस्पिटल के वार्ड में घुस कर छिपने की कोशिश की थी।सितंबर 2017 में सरधना क्षेत्र में करनाल हाइवे में सड़क पर तेंदुआ दिखाई दिया था।तेंदुआ नवंबर 2021 में हस्तिनापुर के नीमका कुंडा गांव में मिला था। एक घायल तेंदुआ पिछले साल 4 मार्च 2023 को पल्लवपुरम में आवासीय क्षेत्र में दिखा था।मेरठ-हरिद्वार रोड पर दौराला थाना क्षेत्र में एक ट्रक की टक्कर लगने से तेंदुए की मौत हो चुकी है। अभी पिछले साल गाजियाबाद में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर भोजपुर इलाके के पास तेज रफ्तार गाड़ी की चपेट में आने से एक तेंदुए की मौत हो गई थी।2011 में भारत के पर्यावरण और वन मंत्रालय ने मानव-तेंदुए संघर्ष के प्रबंधन को लेकर दिशानिर्देश शीर्षक से एक रिपोर्ट जारी की।

Shubham Pandey। Uttar Pradesh Bureau

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