Latest Political News Delhi: एक तरफ चिलचिलाती गर्मी से दिल्ली का पारा चढा हुआ है तो दूसरी तरफ लोकसभा चुनावों के बीच देशभर में सियासी सरगरमी उफान पर है। इस सबके बीच सियासी बयान वीरो के बयानों से दिल्ली का माहौल गरमाया हुआ है। वहीं अब पोस्टर वॉर ने सियासी तपिश और बढ़ा दी है। दिल्ली के मंडी हाउस इलाके में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ आतंकी फंडिग मामले में सजा काट रहे यासीन मलिक का पोस्टर लगाया गया। पोस्टर में यासीन मलिक की रिहाई के साथ ही कांग्रेस को वोट देने की अपील भी की गई है। हालांकि जानकारी मिलते ही दिल्ली पुलिस ने ये पोस्टर हटा दिया है।
पोस्टर में जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के प्रमुख और आतंकी फंडिंग मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे यासीन मलिक के साथ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह दिख रहे है। पोस्टर में कांग्रेस को वोट देने और यासीन मलिक की रिहाई की बात लिखी गई है। पोस्टर में 25 मई को कांग्रेस को वोट देने की अपील की गई है। ये पोस्टर किसने यहां लगाया इसके बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
पोस्टर सामने आने के बाद बीजेपी ने कांग्रेस को आड़े हाथ लिया है। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने पोस्टर को सोशल मीडिया एक्स पर शेयर करते हुए लिखा, ‘कांग्रेस के समर्थन में दिल्ली भर में लगे पोस्टर।’
बता दें कि यासीन मलिक टेरर फंडिंग मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा है। उसके संगठन पर भी बैन लगा दिया गया है। ये तस्वीर साल 2006 की है, जब यासीन मलिक ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की थी। ये मुलाकात अलगाववादी नेता, कश्मीर के अन्य नेताओं और संगठन के साथ राउंड टेबल टॉक से पहले की गई थी। यासीन मलिक पीएम आवास आए थे। ये तस्वीर पहले भी कई बार वायरल होती रही है।
दरअसल, कोर्ट ने मई 2022 में यासीन मलिक को दोषी ठहराया था और दोषी ठहराए जाने के बाद आतंकी फंडिंग मामले में एक विशेष अदालत ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। एनआईए ने मलिक के लिए मौत की सजा की मांग के ट्रायल कोर्ट के आदेश को चुनौती दी है।
हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (यासीन मलिक गुट) को गैरकानूनी संघ’ घोषित किया था। इसको लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि प्रतिबंधित संगठन जम्मू-कश्मीर में आतंक और अलगाववाद को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों में लगा हुआ था। राष्ट्र की संप्रभुता, सुरक्षा और अखंडता को चुनौती देने वाले किसी भी व्यक्ति को कठोर कानूनी परिणाम भुगतने होंगे। ऐसा करने वालों पर आगे भी कार्रवाई होती रहेगी।