अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद में गुलबाई टेकरा इलाके में इन दिनों गणेश महोत्सव के लिए फिल्म ‘पुष्पा’ एवं ‘शोले’ आधारित भगवान गणपति की मूर्तियां बनाने का काम जोरों पर हो रहा है। यहां रहने वाले बच्चों से लेकर युवा एवं बुजुर्ग नवरात्रि में मां आध्यशक्ति की मूर्तियां, गणेश महोत्सव में भगवान गणपति की मूर्तियां, कृष्ण महोत्सव पर भगवान कृष्णा एवं राधा जी की मूर्तियां बनाने के लिए जाने जाते हैं।
आपको बता दें कि 31 अगस्त से गणेश महोत्सव की शुरुआत हो रही है। यहां के कारीगर अलग-अलग त्यौहारों के पर मांग के अनुरुप मूर्तियां बनाते हैं और यहां बनने वाली मूर्तियां खरीदने के लिए देश के कोने-कोने से लोग गुलबाई टेकरा इलाके में आते हैं ।
गणेश महोत्सव को पूरा देश बड़ी श्रद्धा और भक्ति से मनाता है। गुजरात में भी गणेश महोत्सव पर लोग बड़े-बड़े पंडाल लगाकर 10 दिन तक भगवान गणेश जी की मूर्ति स्थापित करते हैं और उनकी पूजा अर्चना की जाती है। कई जगहों पर भगवान गणपति की सार्वजनिक मूर्ति की स्थापना भी की जाती है, ताकि लोग अच्छी तरह से भगवान की पूजा अर्चना और दर्शन कर सकें।पूरे गुजरात में जब भगवान गणेश की मूर्ति की खरीदी करने की बात आती है तो लोग अहमदाबाद का गुलबाई टेकरा आते हैं, क्योंकि यह स्थान सबसे बेहतरीन और वैरायटी वाली मूर्तियां बनाने के लिए प्रसिद्ध है। व्यापारी लोग गणेश महोत्सव के एक माह पहले ही मूर्तियों का बुकिंग करवा लेते हैं और गणेश महोत्सव के कुछ दिन पहले अपनी-अपनी मूर्तियों को स्थापना करने के लिए ले जाते हैं।
इस साल अहमदाबाद के गुलबाई टेकरा इलाके के मूर्ति बनाने वाले कारीगर काफी उत्साह में हैं, क्योंकि पिछले कुछ सालों से बड़ी मूर्तियां एवं प्लास्टर ऑफ पेरिस वाली मूर्तियों पर बैन लगाया गया था। इस वर्ष यह प्रतिबंध गुजरात सरकार की ओर से हटाया दिया गया है, जिसके कारण मूर्तिकार कितनी भी बड़ी भगवान गणपति की मूर्ति बना सकते हैं।
बडीं मूर्ति की ब्रिक्री से मूर्ति बनाने वाले कारीगरों को अच्छा मुनाफा होता है। इसीलिए मूर्तिकारों में खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है।अहमदाबाद के गुलबाई टेकरा इलाके में विभिन्न प्रकार के मूर्तियां बनाये जाने का काम जोरों पर है और इनमें फिल्म शोले और पुष्पा के थीम पर भी यहां भगवान गणपति की मूर्तियां बनाई जा रही हैं।