ये होली अयोध्या वाली, जानिए इस बार क्या है खास?
Ayodhya Holi: होरी खेले रघुवीरा अवध में, होरी खेले रघुवीरा…जी हां होली का त्योहार है…मस्ती धुंआधार हैं… और अवध की रंगों की बौछार है…जी हां कान्हा और शिव की नगरी के बाद आपको लिए चलते हैं प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या…जहां होली केवल रंगों का त्योहार नहीं बल्कि एक आस्था है…
खेलत रघुपति होरी…संगे जनक किसोरी…राम लखन भरत शत्रुघ्न…उत जानकी सभ गोरी, केसर रंग घोरी…अर्थात…अयोध्या में श्रीराम सीता जी के संग होली खेल रहे हैं. एक तरफ राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न हैं तो वहीं दूसरी ओर सखियों संग माता सीता. केसर मिला रंग घोला गया है और दोनों तरफ से रंग डाला जा रहा है।
श्री राम का रंग…लखन की पिचकारी…गुलाल…अबीर और आस्था…ये अवध की होली है…जहां के हर एक रंग में राम है। हनुमान गढ़ी का कनक भवन हो या सरयू का तट…अमीर हो या गरीब…अवध में जब होली के रंग जब हवा में घुलते हैं तो हर एक दुरियां कम हो जाती है…कुछ बचता है तो केवल आस्था का रंग।
अयोध्या (Ayodhya Holi) में होली (Holi) एक त्योहार से कहीं ज्यादा एक परंपरा है…और होली (Holi) के रंग इस परंपरा के अभिन्न अंग….जिसकी शुरुआत सतयुग में हुई। कहा जाता है कि, भगवान श्रीराम के वंशज महाराजा रघु ने अपने शासनकाल में एक राक्षसी के उपद्रव से दुखी होकर उसके संहार के लिए होलिका की परंपरा की शुरुआत की थी। तब से अवध में होली की परंपरा की शुरु हुई जो आज..जो आज भी जारी है…
जिस तरह मथुरा (Mathura) की होली (Holi) एक माह पहले ही शुरू हो जाती है…ठीक उसी तरह राम की नगरी अयोध्या में भी होली का रंग बसंत पंचमी से ही अपनी महक से पूरे अवध को सुगंधित कर रहे हैं…अयोध्या में यह परंपरा सैकड़ों वर्षो से चली आ रही है…यहां बसंत पंचमी से लेकर होलिका दहन तक यानी 40 दिनों तक होली के अलग-अलग कई रंग दिखाई देते है…मान्यता है कि होली पर यहां प्रभू श्री राम खुद लोगों के साथ होली खेलते हैं।
अयोध्या (Ayodhya) में होली का एक रंग नागा साधुओं के साथ भी देखने को मिलता है…गभरी एकादशी के दिन हनुमान गढ़ी के नागा साधु परिसर में रंग गुलाल खेलते है..और यहां से होली की निशानी लेकर आस्था में सराबोर…बाजे गाजे के साथ सड़कों पर करतब दिखाते हुए अयोध्या के विभिन्न मंदिरों में जाते हैं…संतो के संग होली खेलते हैँ।
बहरहाल, भारत (Bharat) में होली का अलग ही महत्व होता है….बड़ी संख्या में लोग होली खेलते हैं। कई जगह से तो ऐसी भी तस्वीरें सामने आती हैं। जहां पर हिंदू और मुस्लिम दोनों ही होली खेलते हैं। होली को देखते हुए सुरक्षा के सख्ता इंतजाम हैं…चप्पे चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात हैं। साथ ही अयोध्या का अगर जिक्र किया जाए, तो इस बार की होली इसलिए भी खास है क्योंकि ये रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद की पहली होली है। जिसको देखते हुए तैयारियां भी जोरों शोरों से चल रही हैं। रामनगरी में हर कोई होली को लेकर उत्साहित नजर आ रहा है।