Chandrayaan-3 : भारत आज चंद्रयान -3 मिशन (Chandrayaan-3 Mission) को लॉन्च करने जा रहा है। इसरो का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है। इस मिशन पर दुनिया के वैज्ञानिकों की नजर है। कहा जा रहा है कि यह मिशन भविष्य की योजना के लिए गेम चेंजर साबित होगा। श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से इस मिशन को आज 2 बजकर 35 मिनट पर लॉन्च किया जायेगा। जानकारी के मुताबिक करीब 50 की यात्रा करके चंद्रयान -3 (Chandrayaan-3) के लैंडर और रोवर चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास लैंड करेगा।
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इस मून मिशन की सफलता के लिए दुनिया भर के वैज्ञानिक भारत को बधाई दे रहे हैं। बता दें कि यह रोवर करीब 26 किलो का है। वैज्ञानिकों ने कहा है कि यह करीब दो हफ्ते तक चन्द्रमा पर काम करेगा। रोवर में कई कैमरे लगे हुए हैं। वहां से कई तरह की तस्वीर दुनिया को मिल सकेगी। मिशन की सफलता के लिए इसरो के सभी वैज्ञानिकों ने तिरुपति मंदिर में जाकर कल पूजा अर्चना की थी। वैज्ञानिकों ने कहा है कि यह मिशन सफलतापूर्वक चांद पर उतरेगा।
बता दें कि भारत इससे पहले भी चंद्रयान -2 मिशन को 2019 में भेज चुका है। चंद्रयान -2 मिशन के साथ एक रोवर और एक ऑर्बिटर भेजा गया था। लेकिन यह मिशन फेल हो गया था। लेकिन ऑर्बिटर सैटेलाइट आज भी काम कर रहा है। उस मिशन के जरिये दुनिया को काफी जानकारी मिली थी। चंद्रयान का यह मिशन अब आगे की जानकारी मुहैया कराएगा। इस मिशन से देश और दुनिया को काफी उम्मीद है।
जानकारी के मुताबिक चन्द्रमा की सतह पर उतरने के बाद लैंडर मॉड्यूल से बाहर आएगा और अपने पेलोड स्पेक्ट्रोमीटर के माध्यम से चन्द्रमा की सतह का अध्ययन करेगा। इसके माध्यम से गृह की रासायनिक संरचना को जांचा और परखा जायेगा। इससे खनिज संरचना का भी पता लग सकेगा। इतना ही नहीं इस रोवर के जरिये चन्द्रमा पर पड़ने वाली रौशनी, रेडिएशन, मून की थर्मल कंडक्टिविटी और तापमान की जानकारी मिल सकेगी इसके साथ ही भूकम्पीय जानकारी भी मिल सकेगी। कहा जा रहा है कि अगर यह मिशन सफल हो जाता है तो दुनिया में भारत का और भी मान बढ़ेगा और विज्ञान जगत को कई नई जानकारी मिलेगी।