Death in Police Custody Issue: परिजन मृतक का अंतिम संस्कार न करने पर अड़े, CM को बुलाने की मांग
परिजनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ CM के आने पर ही अंतिम संस्कार करने की घोषणा की। उन्होने मृतक बलवंत की पत्नी शालिनी सिंह को सरकारी नौकरी देने, मृतक के बच्चों व माता-पिता के भरण-पोषण के लिए एक करोड़ के मुआवजे, बलवंत की मौत मामले की रिटायर्ड जज की देखरेख में उच्च स्तरीय जांच कराने व सभी नामजद आरोपियों को जेल भेजे की मांग की है।
कानपुर देहात। शिवली कोतवाली क्षेत्र के लालपुर सरैया गांव निवासी बलवंत सिंह की पुलिस हिरासत (Police Custody) में हुई मौत का मामला गरमा गया है। परिजन मृतक का अंतिम संस्कार न करने पर अड़ गये हैं। उन्होने CM योगी की उपस्थिति में ही अंतिम संस्कार करने की बात कही है। इससे जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी भारी दबाव में हैं।
कानपुर में पोस्टमार्टम के बाद बलवंत के शव के शव गांव लाया गया था। लेकिन परिजनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ CM के आने पर ही अंतिम संस्कार करने की घोषणा की। उन्होने मृतक बलवंत की पत्नी शालिनी सिंह को सरकारी नौकरी देने, मृतक के बच्चों व माता-पिता के भरण-पोषण के लिए एक करोड़ के मुआवजे, बलवंत की मौत मामले की रिटायर्ड जज की देखरेख में उच्च स्तरीय जांच कराने व सभी नामजद आरोपियों को जेल भेजे की मांग की है। उन्होने कहा है कि जब तक जिला प्रशासन इन मांगों को पूरा करने संबंधी लिखित आश्वासन नहीं देता, वे शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
बता दें कि इस मामले में मृतक के चचेरे भाई चन्द्रभान सिंह की तहरीर पर केस दर्ज हुआ है। इसमें शिवली कोतवाली प्रभारी, रनिया थाना प्रभारी, SOG टीम प्रभारी, मैंथा चौकी प्रभारी, सिपाही,ड्यूटी डॉक्टर सहित 7 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज करायी है। इन सबके खिलाफ थाना रनिया में IPC की धारा 147, 302, 504, 506 के तहत के मुकदमा दर्ज हुआ है।
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एसपी ने इस मामले में 9 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। इसके बावजूद परिजन आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है। इस मामले में जन प्रतिनिधियों ने भी मृतक के परिवार को साथ खड़े होने की बात कही थी। उन्होने कहा कि दोषी पुलिसकर्मियों को न केवल नौकरी से बर्खास्त किया जाएगा। साथ ही अदालत से अधिकतम सजा दिलाने की कोशिश की जाएगी।