आदमखोर बाघिन पकड़ी गईः बाघिन ने 2 महीने में 8 लोगों को मार डाला था
जिला वन अधिकारी बफरजोन खीरी डॉक्टर शुनदरेशा ने बताया कि आदमखोर बाघिल को बुधवार की सुबह वन विभाग की टीम ने पलिया वन रेंज के ग्राम नगला से गन्ने के खेत में ट्रेंकुलाइज कर पकड़ लिया। पिछले कुछ दिनों से दुधवा के पलिया वन रेंज के विभिन्न ग्रामों में एक आदमखोर बाघिन ने अपना कहर मचा रखा था। इसने हाल ही में एक मासूम को अपने मौत के घाट उतारा था। वहीं कई मवेशियों को भी उसने अपना शिकार बनाया था।
लखीमपुर खीरी। वन विभाग ने कड़ी मशक्कत के बाद आखिर आदमखोर बाघिन को पकड़ने में सफलता पायी है। यह बाघिन आवासीय आबादी में पिछले 2 महीने में 8 लोगों को अपना शिकार बना चुकी थी। आदमखोर बाघिन के पकड़े जाने से जनपदवासियों ने राहत की सांस ली है। बाघिन का आयु साढे तीन साल बतायी जा रही है।
जिले के तराई में मौजूद दुधवा टाइगर रिजर्व के जंगलों से निकलकर बाघ रिहायशी इलाके में पहुंच रहे हैं। बीते 2 महीने से आदमखोर बाघ और बाघिन का कहर जारी था। इस दौरान बाघिन 8 लोगों पर हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार चुकी थी। इसे अब पकड़ा गया है।
जिला वन अधिकारी बफरजोन खीरी डॉक्टर शुनदरेशा ने बताया कि आदमखोर बाघिन को बुधवार की सुबह वन विभाग की टीम ने पलिया वन रेंज के ग्राम नगला से गन्ने के खेत में ट्रेंकुलाइज कर पकड़ लिया।
पिछले कुछ दिनों से दुधवा के पलिया वन रेंज के विभिन्न ग्रामों में एक आदमखोर बाघिन ने अपना कहर मचा रखा था। इसने हाल ही में एक मासूम को अपने मौत के घाट उतारा था। वहीं कई मवेशियों को भी उसने अपना शिकार बनाया था।
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डॉक्टर शुनदरेशा ने बताया कि बाघिन के हमेशा गन्ने के खेतों व अन्य रिहायशी इलाकों में दिखाई दे रहा थी। इससे ग्रामीण काफी भयभीत थे। वन विभाग की टीम लगातार हाथियों से कांबिंग कर पिंजरे की सहायता से इस बाघिन को पकड़ने की कवायद में जुटा हुआ था।
डीएफओ का कहना है कि वन विभाग को अब उसे पकड़ने में सफलता मिली है। बाघिन को पिंजरे में डालकर पलिया मुख्यालय में लाया गया है। बाघिन को मेडिकल जांच के बाद दुधवा के घने जंगलों में छोड़ दिया जाएगा ।