नई दिल्ली: पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने के बाद पूरे देश में गुस्से का माहौल है. कई राज्यों में एक साथ लोगों का आक्रोश साफ नज़र आ रहा है. 10 जून को लोग जुमे की नमाज के बाद सड़कों पर उतर आए. नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग करने लगे. देखते ही देखते यह विरोध कई जगहों पर उपद्रव में बदल गया. प्रयागराज के अटाला इलाके में भी हिंसा हुई.
प्रयागराज हिंसा में पुलिस ने आरोपियों पर शिंकजा कसना शुरु कर दिया है. एसएसपी अजय कुमार ने बताया कि करीब 5000 अज्ञात और 70 नामजद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. इसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी.
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बता दें कि, प्रयागराज हिंसा के मास्टरमाइंड जावेद अहमद उर्फ पंप को भी हिरासत में ले लिया गया है, और उससे पूछताछ कर रही है. पुलिस ने बताया कि जावेद के मोबाइल फोन में 10 जून को भारत बंद से जुड़ी और लोगों भड़काने वाली सामग्री मिली है. वह पूरी हिंसा की योजना बनाने वाला बताया जा रहा है. उसके मोबाइल में कई अहम सबूत मिले हैं. उसकी बेटी दिल्ली में पढ़ती है. फिलहाल पुलिस जांच में लगी हुई है.
पुलिस को ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के कुछ नेताओं पर भी शक है. उनकी भूमिका की गहराई से जांच की जा रही है. एसएसपी का कहना है कि हिंसा में जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ गैंगस्टर एक्ट में भी कार्रवाई होगी. पुलिस ने बताया कि जांच पड़ताल से यही बात सामने आई है कि जावेद उर्फ पंप ने ही युवाओं को भड़काया और पुलिस पर पत्थरबाजी के लिए उकसाया था. जावेद की बेटी जेएनयू में पढ़ती है और सीएए एनआरसी प्रदर्शन के दौरान भी उसने भड़काऊ भाषण दिया था. इसकी भी जांच चल रही है.