नई दिल्ली: शनिवार को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में 725 सांसदों ने अपने मताधिकार को प्रयोग किया और कुल मिलाकर 92 फीसदी मतदान हुआ। जिसमें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रत्याशी जगदीप धनखड़ ने 528 मत हासिल करके विजय हासिल की। धनखड़ अब देश के नये उपराष्ट्रपति होंगे। वर्तमान उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है। विपक्ष की संयुक्त प्रत्याशी मार्ग्रेट अल्वा को मात्र मत 185 ही मिले सके और उन्हें उपराष्ट्रपति चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा।
बता दें कि उपराष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य मतदान करते हैं और उनके वोट का मूल्य समान होता है। भारत की संसद के दोनो सदनों में कुल मिलाकर 788 सदस्य हैं। इनमें राज्य सभा में 8 सदस्यों के पद अभी रिक्त हैं। इस तरह उपचुनाव जीतने के लिए 391 मतों की आवश्यकता थी। इस समय भाजपा के लिए लोकसभा व राज्यसभा में 394 सदस्य हैं। इसलिए केवल भाजपा के सदस्यों के बल पर ही राजग प्रत्याशी जगदीप धनखड़ की जीत निश्चित थी, लेकिन भाजपा के साथ-साथ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल दलों के सासंदों ने भी जगदीप धनखड़ के पक्ष में वोट किया।
हालांकि तृणमूल कांग्रेस ने पहले ही उपराष्ट्रपति के चुनाव का बहिष्कार करते हुए मतदान में उनकी पार्टी के किसी सांसद के मतदान में हिस्सा ने लेने की बात कही थी। तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा में 23 और राज्यसभा में 16 सांसद हैं, लेकिन उन्होने उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान नहीं किया। शनिवार को हुए मतदान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सहित केन्द्रीय मंत्रियों व सांसदों ने भाग लिया।