Lok Sabha Election 2024 Manipur: 19 अप्रैल 2024 को मणिपुर में पहली बार लोकसभा चुनाव हुए थे। उसके बाद 22 अप्रैल को 11 बूथों पर दोबारा मतदान हुआ। दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को हुआ और अब 30 अप्रैल को भी मतदान होगा।
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भारतीय चुनाव आयोग ने मणिपुर की बाहरी मणिपुर लोकसभा सीट के छह मतदान केंद्रों पर फिर से चुनाव कराने का फैसला किया है। इन सभी केंद्रों पर दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान हुआ था, लेकिन हिंसा के कारण चुनाव आयोग ने मतदान को रद्द कर दिया। 30 अप्रैल को छह मतदान केंद्रों पर फिर से मतदान होगा। तीसरे चरण का मतदान 7 मई को होगा और चुनाव आयोग के पास फिर से मतदान कराने का समय होगा।
मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच तनाव के कारण हिंसा जारी है। इसके परिणामस्वरूप, चुनाव आयोग को इस क्षेत्र में चुनाव कराने में मुश्किल हो रही है। राज्य में दो लोकसभा सीटें हैं और बारह दिनों में चौथी बार मतदान होगा। मणिपुर में पहली बार 19 अप्रैल को चुनाव हुए थे। इसके बाद 22 अप्रैल को 11 बूथों पर फिर से मतदान हुआ। दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को हुआ और अब इस क्षेत्र के छह मतदान केंद्रों पर 30 अप्रैल को मतदान होगा। मतदान सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक चलेगा।
पुनर्मतदान क्यों कराया जा रहा है?
पिछले एक साल से मणिपुर के कुकी और मैतेई समुदायों के बीच हिंसक झड़पें होती रही हैं। इसे देखते हुए चुनाव आयोग ने बाहरी मणिपुर सीट पर दो चरणों में मतदान कराने का फैसला किया। यह देश की एकमात्र लोकसभा सीट थी, जहां दो चरणों में मतदान होना था। हालांकि, 19 अप्रैल को पहले चरण के मतदान के दौरान व्यापक हिंसा हुई थी, जिसके बाद चुनाव आयोग को आंतरिक मणिपुर के 11 बूथों पर फिर से चुनाव कराने पड़े। इसके बाद बाहरी मणिपुर में मतदान हुआ, जिसमें भी भारी हिंसा हुई। ईवीएम तोड़े गए और मतदाताओं को धमकाए जाने की रिकॉर्डिंग सामने आई। यही वजह है कि यहां फिर से चुनाव कराए जा रहे हैं।
कांग्रेस ने उठाया था सवाल
कांग्रेस ने बूथों के नाम दिए और कहा कि था की इन बूथों पर दोबारा मतदान कराया जाना चाहिए।
मणिपुर कांग्रेस ने मतदान संबंधी विसंगतियों का हवाला देते हुए राज्य भर के कई मतदान केंद्रों पर दोबारा मतदान कराने के लिए चुनाव आयोग से याचिका दायर की है। मणिपुर कांग्रेस ने अज्ञात हथियारबंद लोगों द्वारा ईवीएम तोड़ने, बूथों पर कब्जा करने, मतदान में हेराफेरी करने और जबरन मतदान कराने के मामलों के बारे में मुख्य चुनाव आयोग को पत्र लिखा है।
कांग्रेस ने मतदान केंद्र 43/19 – शिंगकाप, शिंगकाप सरकारी हाई स्कूल में ईवीएम खराब होने का आरोप लगाया है, साथ ही मतदान केंद्र 43/46 – नंबाशी खुल्लेन, नंबाशी कुलेन सरकारी हाई स्कूल में बूथ कैप्चरिंग और धांधली का आरोप लगाया है। इसके अलावा, 44-उखरूल विधानसभा सीट के तीन मतदान केंद्रों में ईवीएम तोड़फोड़ की घटना दर्ज की गई है, जिनके नाम 44/36 – उखरूल, उखरूल मॉडल हाई स्कूल, 44/41 – ग्रीनलैंड प्राइमरी स्कूल और 44/50 – केके लीशिफानित जूनियर हाई स्कूल हैं।
कांग्रेस ने कहा था कि पार्टी उम्मीदवार अल्फ्रेड कनंगम एस आर्थर के पोलिंग एजेंटों को भी इन स्थानों पर जाने से रोका गया। नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के टिमोथी जिमिक बाहरी मणिपुर सीट पर कांग्रेस के अल्फ्रेड कनंगम एस आर्थर के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा ने एनपीएफ का समर्थन किया है।