Central Vista Inauguration: उद्घाटन ही उद्घाटन। देशी समस्याओं से किसी को कोई मतलब नहीं है। बेरोजगारी और महंगाई से लोग परेशान है। जंतर -मंतर पर बेटियां यौन शोषण के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री बिना अधिकार के हो जाने पर विपक्षी पार्टियों की परिक्रमा करते दिख रहे हैं। दूसरी तरफ सीबीआई ,ईडी और इनकम टैक्स वाले विपक्षी नेताओं को तबाह और बर्बाद किये हुए हैं। तीसरी तरफ कई नेताओं पर मानहानि की तलवार लटक रही है। लेकिन इन सबके बीच उद्घाटन का भूत बीजेपी पर सवार है। लोकाचार के मुताबिक किसी भी चीज का निर्माण होता है तो उसका उद्घाटन भी होना चाहिए। लेकिन उद्घाटन में जब राजनीति की बू आने लगे तो खेल खराब होता है। नए संसद भवन की यही कहानी होती दिख रही है।
नियम के मुताबिक संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति को करना चाहिए या फिर लोकसभा या राज्यसभा अध्यक्ष को। लेकिन उद्घाटन पीएम मोदी करेंगे। यह उनकी जिद है। जिद्द के पीछे राजनीति है और राजनीतिक के पीछे सत्ता की ताकत है और भविष्य के इतिहास की कहानी है। भला वे कैसे चूक सकते हैं। इस बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत सरमा ने आग में घी का काम किया है। उन्होंने आज एक ट्वीट कर कहा कि क्या तथाकथित विपक्ष राम मंदिर के उद्घाटन का भी विरोध करेंगे ? बीजेपी की यह कितनी बड़ी राजनीति है यह हिमंत के बयान से ही पता चल रहा है। बीजेपी हिंदुत्व और राममंदिर को अगले चुनाव में भुनाने को तैयार है। उसे पता है कि जब राम मंदिर का उद्घाटन होगा तो देश में भक्ति की नयी उभार होगी और पुरे देश में राम नाम के नारे लगेंगे। बीजेपी इसकी तैयारी भी कर रही है। उसे लग रहा है कि इस बार का लोकसभा चुनाव राम मंदिर के नाम पर जीता जा सकता है। पहले अयोध्या की राजनीति पर बीजेपी चुनाव जीतती रही लेकिन इस बार राम मंदिर का जलवा बीजेपी की नैया को पार लगा सकती है।
संसद भवन के उद्घाटन को लेकर मचे रार के बीच यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी राम मंदिर के उद्घाटन की डुगडुगी बजाई है। अयोध्या में अगले साल राम मंदिर का उद्घाटन होना है। योगी ने अभी से ही देश की जनता को मंदिर उद्घाटन के लिए आमंत्रित करना शुरू कर दिया है। राज्य सरकार के एक वक्त ने कहा है कि योगी अयोध्या में चल रही विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति की निगरानी कर रहे हैं। हवाईअड्डे से लेकर रेल विस्तार का काम अयोध्या में तेजी से चल रहे हैं। इसके साथ ही शहादतगंज से नया घाट तक 13 किलोमीटर लम्बे रामपथ का निर्माण भी तेजी से चल रहा है। राम जानकी पथ और भक्ति पथ के विकास के लिए कई योजनाएं चल रही है। अयोध्या चमक रहा है और जब मंदिर का उद्घाटन होगा उस समय अयोध्या की पूरी तस्वीर बदल जाएगी।
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अगले साल की शुरुआत में ही अयोध्या में भव्य कार्यक्रम होना है। मंदिर का भव्य उद्घाटन होगा। देश -विदेश के हिन्दू समाज से जुड़े लोग आएंगे। धार्मिक अनुष्ठान होंगे और फिर लोगों को यह सन्देश दिया जाएगा कि जो रामभक्त हैं वे उस पार्टी को वोट दें जिसने लम्बी लड़ाई के बाद राममंदिर का निर्माण किया। झूठ पर टिकी राजनीति भले ही लम्बे समय तक नहीं चलती लेकिन यह सच है कि इसका तुरंत लाभ तो मिल ही जाता है .सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अयोध्या का विवाद ख़त्म हुआ। चंदे के पैसे से राममंदिर का निर्माण चल रहा है जो हमारे देश के परम पूज्य हैं। आस्था का केंद्र। लेकिन बीजेपी अभी तक इसका लाभ लेती रही है।