देहरादून। उत्तराखंड के दो बड़े अफसरों के खिलाफ विजिलेंस जांच शुरु हो गयी है। डेयरी और सहकारिता मंत्री डा. धन सिंह रावत ने इसके आदेश जारी कर दिये हैं। इन दोनों अधिकारियों पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित कर के आरोप हैं।
उत्तराखंड सरकार इससे पहले उन दोनों बड़े अफसरों के खिलाफ कार्रवाई कर चुकी है। दोनों को अपने पदों से अवनत कर दिया गया था। माना जा रहा है कि विजिलेंस जांच रिपोर्ट मिलने पर सरकार की ओर से इनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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सहकारिता मंत्री ने डेयरी विभाग के दुग्ध संघ देहरादून के सहायक प्रबंधक (विपणन) मान सिंह पाल व राज्य सहकारी बैंक के महाप्रबंधक दीपक कुमार के खिलाफ विजिलेंस जांच शुरु की गयी है। इन दोनों अधिकारियों का डिमोशन हो चुका है। इनमें मान सिंह पाल पहले सहायक प्रबंधक (विपणन) के साथ ही दुग्ध संघ महाप्रबंधक पद का प्रभार सौंपा गया था।
मान सिंह पाल के खिलाफ भारी शिकायतें मिलीं थीं
दुग्ध संघ महाप्रबंधक प्रभारी रहने के दौरान मान सिंह पाल के खिलाफ भारी अनियमितता करने की शिकायतें मिलीं। पाल के खिलाफ मिली शिकायतों को जांच में प्रथम दृष्टया सही पाया गया था। इस पर उन्हें महाप्रबंधक पद से हटाकर उनके मूल पद पर भेज दिया गया था।
राज्य सहकारी बैंक के महाप्रबंधक दीपक कुमार के खिलाफ जांच शुरु
इसी तरह राज्य सहकारी बैंक के महाप्रबंधक दीपक कुमार के खिलाफ भी जांच शुरु हुई है। दीपक कुमार को राज्य सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक के पद पर प्रोन्नत किया गया था। उनके प्रबंध निदेशक कार्यकाल में बैंक के एनएपी में भारी वृद्धि हुई। इससे बैंक को भारी वित्तीय नुकसान हुआ। इसका पता चलने पर दीपक कुमार के डिप्रमोट करके फिर से बैंक महा प्रबंधक पद पर भेज दिया गया था।
सहकारिता सचिव ने दी जानकारी
डेयरी और सहकारिता सचिव डॉ. बीबीआरसी पुरुषोत्तम ने इस संबंध में जानकारी दी। उन्होने बताया कि इन दोनों अधिकारियों के आय से अधिक सपंत्ति होने का पता चला था। इस पर इसकी जांच के लिए सहकारिता मंत्री डा. धन सिंह रावत के पास फाइल भेजी गयी थी। इस फाइल पर सहकारिता मंत्री की संस्तुति होते ही इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ विजिलेंस जांच हो गयी है।