Maharashtra Politics: यह सब कोई जानता है कि महाराष्ट्र के अधिकतर नेता भ्रष्टाचार के दलदल में फंसे हुए हैं। इसमें खेल में कोई भी निष्पाप नहीं है। चाहे कोई भी दल के नेता हों बेईमानी की कमाई से ही आगे बढ़ते दिख रहे हैं। बीजेपी वाले अभी भले ही ताली पीट रहे हों लेकिन जब उनकी कलई खुलेगी तब वे भी नंगे हो जायेंगे। इसका डर भी उन्हें सत्ता रहा है। लेकिन राजनीति का एक सच यह है कि वर्तमान को भोग लिया जाये। आगे जो होगा देखा जाएगा।
महाराष्ट्र (Maharashtra Politics) में दो दिनों के भीतर जो भी हुआ है वह बेईमान राजनीति की पराकाष्ठा है। चरित्रहीन राजनीति की बानगी है। हर कोई जानता है कि एनसीपी वाले अजीत पवार के साथ जितने नेता बीजेपी के साथ गठबंधन करने गए हैं वे सब जांच के दायरे में हैं खुद अजीत पवार भी जांच के घेरे में हैं। वे किसी भी तरह से जांच से बचना चाहते हैं ताकि अगली राजनीति भी चलती रही। वे जानते हैं कि अगर जेल चले गए तो राजनीति भी जाएगी और मान मर्दन भी होगा। उनके लिए पार्टी कोई मायने नहीं रखता। पार्टी का तो वे इस्तेमाल भर करते हैं। तभी पलक झपकते ही कई विधायकों ने झट से बीजेपी के साथ मिलकर मंत्री की शपथ भी ले आये।
लेकिन खेल अभी बाकी है। जब जनता की निगाह से आदमी गिर जाता है तब उसकी जगह कही नहीं होती। आज भले ही वे जांच के दायरे से बच जाए लेकिन जनता की अदालत से वे कहीं भाग नहीं सकते। उन्हें जनता (Maharashtra Politics) का कर्ज तो चुकाना ही पड़ेगा। कोई उस नेता से पूछे कि जब उन्हें बीजेपी के साथ गलबहियां ही करनी थी तब उन्हें एनसीपी से जीता का क्यों भेजा गया ? क्या इसका कोई जवाब उनके पास है ?
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उधर आज फिर एक एक बड़ा खेल हो गया। बौखलाए शरद पवार अब पूरे एक्शन में हैं। वे अब पार्टी छोड़कर गए नेताओं पर हर तरह की कार्रवाई कर रहे हैं। अभी खबर आ रही है कि जिनके आंखों में थोड़ा पानी बचा हुआ है उनमे से दो नेता अजीत पवार के चंगुल से निकल कर फिर शरद पवार के सतह आ गए हैं।
कल का खेल एनसीपी छोड़ने को लेकर था लेकिन आज का खेल यूटर्न का है। खबर मिल रही है कि अजीत पवार के साथ मिलकर बगावत करने वाले दो विधायक घर वापस आ गए हैं। अजीत पवार के समर्थक विधायक दिलीप मोहित पाटिल आज शरद पवार के साथ आ गए हैं। उन्होंने कहा है कि अजीत पवार ने बिना बताये कल विधायकों के हस्ताक्षर करा लिए थे। हम उनके इस कदम से सहमत नहीं हैं। दिलीप मोहित पाटिल कल के शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल हुए थे। इसके अलावा मकरंद पाटिल भी शरद पवार के पास लौट आये हैं। ये भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे।
इधर एनसीपी ने शपथ लेने वाले विधायकों पर एक्शन लिया है और उन्हें बर्खास्त भी कर दिया है। महाराष्ट्र (Maharashtra Politics) एनसीपी प्रमुख जयंत पाटिल ने कहा है कि किसी को भी पार्टी के चिन्ह को इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं है। ऐसा किया गया तो क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी। उधर एनसीपी सिर्फ शरद पवार राज्य का दौरा जल्द ही करने वाले हैं।
जानकारी के मुताबिक शरद पवार की पहली सभा शिवनेरी में होने जा रही है। पवार की दूसरी सभा धनंजय मुंडे के परली विधान सभा में होगी। ये दोनों सभाये दिलीप पाटिल और धनंजय मुंडे का क्षेत्र है। ये दोनों नेता अजीत पवार के साथ पार्टी छोड़कर गए हैं। लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह है कि अब एनसीपी का क्या होगा / क्या शरद पवार हार मान जायेंगे ? कहना मुश्किल है। आगे जो भी होगा देश की भ्रष्ट राजनीति का तमाशा ही होगा जिसे देख कर जनता मर्माहित होगी।