नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) को चीनी सेना ने नजरबंद कर लिया है. बता दें कि लोग ये भी दावा कर रहे हैं, कि चीन में तख्तापलट हो गया है, और चीन अब पूरी तरह से सेना के कब्जे में है. फिलहाल, अभी आधिकारिक रूप से चीनी सरकार या सेना की ओर से ऐसा कोई बयान सामने नहीं आया है कि जिससे यह साबित हो सके कि चीन में तख्तापलट हो गया है या फिर वहां की सेना ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) को नजरबंद कर लिया है।
बता दें कि, हाल ही में उज्बेकिस्तान के समरकंद में आयोजित एससीओ की बैठक में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग आखिरी बार नजर आए थे। इसके बाद से वे गायब हो गए हैं। हालांकि, कुछ लोगों का कहना है कि एससीओ की बैठक में भाग लेने के बाद चीन लौटे राष्ट्रपति शी जिनपिंग देश में कोरोना के प्रकोप के कारण क्वारंटीन में हैं।
क्या Xi Jinping को किया है हाउस अरेस्ट?
सोशल मीडिया पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) के गायब होने की चर्चा तेज हो चुकी है। वहीं, न्यूज हाईलैंड विजन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पूर्व चीनी राष्ट्रपति हू जिंताओ और पूर्व चीनी प्रीमियर वेन जियाबाओ के कहने पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को हाउस अरेस्ट किया गया है।
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इस बीच बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट करते हुए कहा कि “चीन को लेकर एक नई अफवाह है, जिसकी जांच की जानी चाहिए कि क्या शी जिनपिंग नजरबंद हैं? माना जा रहा है कि जब जिनपिंग समरकंद में थे, तब चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं ने सेना के अध्यक्ष पद से हटा दिया था। उसके बाद अफवाह है कि उन्हें हाउस अरेस्ट किया गया है।” स्वामी ने इसका एक वीडियो भी शेयर किया है।
चीन में हवाई उड़ानों को किया गया रद्द
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) को लेकर नजरबंद और देश में तख्तापलट की खबर तेज तब हुई, जब चीन से भागकर अमेरिका पहुंचे एक पत्रकार ने कुछ खुलासे किए. पत्रकार झाओ लांजियन ने ट्विटर पर कहा कि बिना कारण से चीन में बड़ी संख्या में उड़ानों को रद्द कर दिया गया है.
चीन के अरबपति उघोगपति जैक मा के गायब हो जाने की खबरों के बीच क्या आपको इस बात की जानकारी है कि चीन में बड़ी हस्तियां पहले भी अचानक गायब होती रही है? चीनी सरकार के खिलाफ जो भी आवाज़ उठाता है, वो गायब हो जाता है, 2013 में शी जिनपिंग के राष्ट्रपति बनने के बाद से लोगों का इस तरह गायब होना बढ़ा है. सिर्फ असंतुष्ट ही नहीं, एक्टिविस्ट, मार्क्सवादी, आला आधिकारी और यहां तक विदेशी भी गायब हो जाते हैं, अगर सरकार के खिलाफ जाएं.
बीजिंग की सड़कों पर चलने वाले टैंकों ने चीन में तख्तापलट की संभावना को लगभग तय कर दिया। खबरों की मानें तो ऐसा लग रहा है कि जिनपिंग को न केवल नजरबंद किया जाएगा बल्कि अब दुनिया उन्हें कभी भी देख ही नहीं पाएगी । हां, अगर ऐसा हुआ तो वहां की सेना जिनपिंग को उनके ही तरीके से सजा देगी। अपने खिलाफ आवाज उठाने वालों को हमेशा के लिए गायब कर देना जिनपिंग का पुराना तरीका है, ऐसे में यह कहावत सही बैठती है कि जो दूसरों के लिए गड्ढा खोदता है, वह खुद उसी गड्ढे में गिर जाता है।