रामलला की मूर्ति किसने बनी, जानिए सब कुछ!
Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या( Ayodhya) में राललला (Ramlala) की प्राण प्रतिष्ठा के लिए विशेष पूजा हो रही है। पूजन विधि के सभी कार्य आज से 21 जनवरी तक चलेंगे। 16 जनवरी को प्रायश्चित एवं कर्म कुटी पूजन किया जाएगा । 17 जनवरी को रामलला(Ramlala) की मूर्ति रामजन्मभूमि परिसर में प्रवेश करेगी।18 जनवरी के दिन सायंकाल तीर्थ पूजन और जलयात्रा होगी। 19 जनवरी को सुबह औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास और शाम में धान्याधिवास अनुष्ठान होगा। बता दें कि 20 तारीख को सुबह शर्कराधिवास, फलाधिवास और शाम को पुष्पाधिवास होगा। तो वहीं 21 तारीख को सुबह मध्याधिवास और शाम को शय्याधिवास अनुष्ठान होगा। 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी ।
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22 जनवरी को 12 बजकर 20 मिनट से 1 बजे तक भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। प्रसिद्ध मूर्तिकार अरुण योगीराज की बनाई रामलला (Ramlala) की मूर्ति गर्भगृह में स्थापित की जाएगी । इसका वजन करीब 200 किलोग्राम है । 23 जनवरी से आम जनता रामलला के दर्शन कर सकेगी। अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा के लिए तैयारियां जोरों पर हैं । अयोध्या में दिवाली जैसा माहौल है। 22 जनवरी को श्रीरामलला इस भव्य मंदिर में विराजेंगे।
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दरअसल आपको बता दें कि अनुमान के मुताबिक़ 5 वर्ष के बालक के स्वरुप में 150 किलोग्राम से 200 किलोग्राम की खड़ी प्रतिमा स्थापित होगी । जिस प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा होनी है वो पत्थर की है। प्राण प्रतिष्ठा वाली प्रतिमा को जल, अन्न , फल , औषधि, घी में अनेक प्रकार के निवास कराए जाते हैं। इसे पूजा पद्धति की भाषा में अधिवास कहते हैं।कर्नाटक के प्रसिद्ध मूर्तिकार अरुण योगीराज ने कृष्णशिला पर यह मूर्ति बनायी है।