Why BJP Lost: मायावती का ‘सुस्त’ होना भारतीय जनता पार्टी को कैसे पड़ा भारी?
Why BJP Lost: लोकसभा के रण में भारतीय जनता पार्टी के दावों की पोल खुली तो फिर सवाल खड़ा हुआ कि आखिर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की किरकिरी कैसे हो गई। तमाम तरह की बाते होनें लगी…सवाल खड़े होने लगे और लोगों ने पूछा कि आखिर अयोध्या कैसे हार गए। अयोध्या में भारतीय जनता पार्टी की हार कहीं ना कहीं योगी आदित्यनाथ समेत तमाम नेताओं के लिए किरकिरी के समान था।
अब सवाल ये कि आखिर भारतीय जनता पार्टी की हार कैसे हो गई। इसका कारण ये है कि बहुजन समाजवादी पार्टी का एक्टिव ना होना। दरअसल लोकसभा चुनाव में बहुजन समाजवादी पार्टी एक्टिव नहीं थी…मायावती ने तो जरा भी सतर्कता नहीं दिखाई। थोड़े बहुत अगर एक्टिव दिखे तो वो थे आकाश आनंद।
लेकिन आकाश आनंद भी अकेले कहां तक लड़ने वाले थे। आकाश आनंद ने भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ बयान दिया तो फिर मायावती ने आकाश आनंद को पार्टी के अध्यक्ष पद से ही हटा दिया। जिससे की बहुजन समाजवादी पार्टी की किरकिरी हो गई। जिसका खामियाजा भारतीय जनता पार्टी को चुकाना पड़ा। क्योंकि दलित वोट बैंक और मुस्लिम वोट बैंक इंडिया गठबंधन के साथ चला गया।
अब दलित वोटबैंक और मुस्लिम वोट बैंक इंडिया गठबंधन के साथ गया तो फिर भारतीय जनता पार्टी के पास सिर्फ हिंदू वोटबैंक रह गया। जिसमें से भी वो लोग जो भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी से नाराज थे उन्होंने भी भारतीय जनता पार्टी को वोट नहीं दिया। अब हुआ ये कि भारतीय जनता पार्टी की हार हो गई। बीजेपी के नेता सरकार बनाने में तो कामयाब हो गए…लेकिन 400 पार का नारा धराशाई हो गया।