2024 Lok Sabha Elections: विपक्ष लगभग एक दर्जन से अधिक राजनीतिक दलों ने शुक्रवार को अगले लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के खिलाफ एकजुट होकर चुनाव लड़ने का संकल्प लिया। दूसरी ओर आम आदमी पार्टी ने विपक्षी एकजुटता की कवायद पर यह करते हुए सवाल उठाया था कि दिल्ली के लिए लाए गए केंद्र के अध्यादेश पर कांग्रेस का रुख साफ होने तक वह किसी भी विपक्षी बैठक में शामिल नहीं होगी।अब घटनाक्रम में एक नया ट्विस्ट सामने आया है। आम आदमी पार्टी सूत्रों ने शनिवार को बताया कि केंद्र के अध्यादेश पर कांग्रेस के रुख पर असमंजस के बीच अरविंद केजरीवाल ने पटना में विपक्षी दलों की बैठक में राहुल गांधी से मतभेदों को भूलकर एक साथ मिलकर आगे बढ़ने की बात कही है।
केजरीवाल ने अध्यादेश के मसले पर सीधे राहुल गांधी से बात की। केजरीवाल ने कहा यदि कोई मुद्दा है तो वे इसे चाय पर सुलझा सकते हैं। पार्टी सूत्र ने बताया कि शुक्रवार को विपक्ष की बैठक में केजरीवाल ने कहा कि मतभेदों को भुलाकर एक साथ आगे बढ़ने की जरुरत है। अब जब बिपक्षी दलों की अगली बैठक जुलाई में शिमला में निर्धारित है और इसमें साझा एजेंडा तय करने के साथ ही राज्यवार रणनीति पर फैसला लिया जाना है। सूत्रों का मानना है कि आम आदमी पार्टी ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि वह शिमला में होने वाली विपक्षी दलों की अगली बैठक में शामिल होगी या नहीं।
ऐसा माना जा रहा कि 10 या 12 जुलाई को शिमला में कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में होने वाली एक और बैठक में कार्ययोजना तैयार की जाएगी। विपक्षी दलों ने शुक्रवार को पटना में हुई बैठक में 2024 के लोकसभा चुनावों में एकजुट होकर बीजेपी से मुकाबला करने का संकल्प लिया था। आम आदमी पार्टी ने शुक्रवार को अपने बयान में कहा था कि अध्यादेश के मुद्दे पर कांग्रेस का रुख स्पष्ट नहीं होने के कारण कोई भी गठबंधन मुश्किल होगा। विपक्ष की बैठक में कई दलों ने कांग्रेस से सर्वाजनिक रुप से अध्यादेश की निंदा करने का आग्रह किया था। लेकिन कांग्रेस ने इनकार कर दिया था।
आम आदमी पार्टी ने अपने बयान में कहा था कि विपक्ष की बैठक में दलों द्वारा अध्यादेश की निंदा करने का आग्रह किए जाने के बावजूद कांग्रेस ने ऐसा करने से मना कर दिया था। आम आदमी पार्टी के सूत्रों ने दावा किया कि बैठक में पश्र्चिम बंगाल की सीएम बनर्जी ने हस्तक्षेप किया और कहा कि राहुल गांधी और केजरीवाल को दोपहर के भोजन के लिए एक साथ बैठना चाहिए ताकि सभी मुद्दों का समाधान हो सके। सूत्रों का कहना ये भी है कि बैठक के अंत में खड़गे ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता ने कांग्रेस के बारे में गलत बयान दिया।
जिसके जवाब में केजरीवाल ने स्पष्ट रुप से कहा कि कांग्रेस प्रवक्ताओं ने भी आम आदमी पार्टी के खिलाफ भ्रामक बयान दिए हैं। उन्होंने कहा कि मतभेदों को भुलाकर एक साथ आने की जरुरत है। वहीं राहुल गांधी ने इस बात पर जोर दिया कि केंद्र सरकार के अध्यादेश के बारे में चर्चा किए जाने की प्रक्रिया है। केजरीवाल ने कांग्रेस से अगली बैठक के दौरान मौजूद सभी शीर्ष विपक्षी नेताओं ने कांग्रेस से अध्यादेश पर अपना रुख स्पष्ट करने और चर्चा के लिए एक बैठक तय करने का आग्रह किया था।