मिशन 2024 :क्या मध्य प्रदेश के अधिकतर सीटों पर नया चेहरा उतारेगी बीजेपी ?
Mission 2024 Lok Sabha Election: बीजेपी लोकसभा चुनाव के मिशन पर जुट गई है। अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद जहाँ बीजेपी के शीर्ष नेता राज्य वार सीटों के साथ ही उम्मीदवारों के चयन को लेकर माथापच्ची करने में जुट गया है वही पार्टी ने संघ और विहिप को मंदिर मुद्दे को आगे बढ़ाने के लिए बड़ी जिम्मेदारी भी दे दी है। खबर के मुताबिक लोकसभा चुनाव तक अयोध्या मंदिर की कहानी को आगे बढ़ाने की बात है और इसके साथ ही गांव -गांव तक मंदिर की कहानी ,बीजेपी का संघर्ष और प्रभु राम से जुड़े कथाओं को घर -घर तक पहुंचाने की भी तैयारी है। यह सब लोकसभा चुनाव तक अनवरत चलता रहेगा।
लेकिन एक बड़ी खबर मध्यप्रदेश से आ रही है। मध्यप्रदेश में लोकसभा की 29 सीटें है। अभी बीजेपी के पास 28 सताएं है। पिछले दो चुनाव से बीजेपी वहां लगभग सभी सीटों पर चुनाव जीतती रही है। 2019 के लोकसभा चुनाव में केवल छिंदवाड़ा सीट से ही बीजेपी वंचित रह गई थी। छिंदवाड़ा से कमलनाथ के पुत्र नकुल नाथ चुनाव जीते थे। वैसे भी छिंदवडा कांग्रेस क गढ़ रहा है यहां कमलनाथ की राजनीति दशकों से फलती फूलती रही है। लेकिन इस बार बीजेपी की निगाह छिंदवाड़ा सीट पर भी है। कह सकते हैं कि राज्य की सभी 29 सीटों को जितने के लिए काम कर रही है।
जानकारी के मुताबिक एमपी में बीजेपी सभी सांसदों का रिपोर्ट कार्ड तैयार करा रही है। चुकी बीजेपी क लक्ष्य सभी सीटों को जितना का है ऐसे में बीजेपी उन सांसदों को कोई टिकट नहीं देने जा रही है जिनका रिपोर्ट कार्ड ख़राब है और जिनकी शिकायत जनत के बीच है। जानकारी के मुताबिक जो रिपोर्ट कार्ड सामने आई है उनमे केवल पांच से चाह सांसदों की ही जनता के बीच बेहतर पहुंच है और जिनकी जनता के बीच मजबूत पैठ भी है। ऐसे में अब मन जा रहा है कि बीजेपी इस बार के चुनाव में राज्य की अधिकतर सीटों पर नया चेहर ही उतार सकती है। हालिया विधान सभा चुनाव में बीजेपी ने अपने सात सांसदों को मैदान में उतारा था जिनमे से पांच की जीत सम्भव हो सकी ,जबकि दो संसद विधान सभ चुनव में भी हर गए। ऐसे में इन दोनों सांसदों को फिर से टिकट नहीं दिया जायेगा।
लेकिन सबसे ज्यादा परेशानी उन मौजूदा सांसदों की है जिनके काम काज से जनता खुश नहीं है। जिनके नाम की तरह के भ्रष्टाचार में भी आए हैं और जो जनता के बीच कभी नहीं जाते वैसे सांसदों के ऊपर खतरा ज्यादा आ गया है। बीजेपी के कई सांसद इस बात को जानते भी हैं कि पार्टी उनको फिर से टिकट नहीं दे सकती है। ऐसे में कई सांसद तो चुप होकर बैठा गए हैं और कुछ मौजूदा सांसद दूसरे दलों से टिकट पाने की तैयारी भी क्र रहे हैं।
खबर मिल रही है कि बीजेपी इस बार अधिकतर नए उम्मीदवारों को ही मैदान में उत्तर सकती है। शिवराज सिंह को छिंदवाड़ा से मैदान में उतरने की बात की जा रही है। इसके साथ इसे दर्जन भर विधयकों पर भी बीजेपी की नजर है जिनकी पहुँच जनता के बीच में काफी मजबूत है। कहा जा रहा है कि कुछ विधायकों को भी बीजेपी मैदान में उतर सकती है।