Karnataka Election: कर्नाटक में बीजेपी इस बार मुश्किलों का सामना कर रही है। बगावत और भीतरघात से बीजेपी को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। उधर कांग्रेस (Congress), बीजेपी (BJP) पर लगातार हमलावर है और भ्रष्टाचार के मसले पर बीजेपी को लगातार घेर भी रही है ।यही वजह है कि बीजेपी आलाकमान ने साफ तौर पर पार्टी नेताओं को का दिया है कि अगर कर्नाटक चुनाव को जीत नही पाने की स्थिति में दक्षिण का अभियान प्रभावित होगा ।और ऐसा हुआ तो आगे की राजनीति भी प्रभावित होगी ।बता दें कि बीजेपी कर्नाटक (Karnataka) के जरिए ही केरल सिर तेलंगाना (Telangana) को साधने में लगी है ।बीजेपी को यश भी डर है कि कर्नाटक हाथ से निकल गया तो अगले लोकसभा चुनाव पर भी इसका असर होगा ।
कर्नाटक को किसी तरह से जीतने के लिए हालाकि बीजेपी हर तरह को रणनीति बना रही है। पार्टी के बड़े बड़े नेता चुनावी मैदान में पहुंच गए हैं। उधर संघ भी पूरी ताकत से चुनाव को सोने पक्ष में करने को तैयार है लेकिन कांग्रेस (Congress) के आक्रामक खेल के सामने बीजेपी अभी कमजोर दिख रही है । अब नई रणनीति के तहत पीएम मोदी (PM Modi) सघन प्रचार के लिए मैदान में उतर रहे हैं ।पार्टी ने पीएम मोदी (PM Modi) के दौरे और प्रचार का रूप रेखा तैयार कर दिया है । पार्टी को लग रहा है कि अब अंतिम तौर पर सबकी निगाहें पीएम मोदी (PM Modi) के चेहरे पर जा टिकी है। उनका इकबाल ही अब पार्टी के लिए रामबाण हो सकता है ।यही वजह है कि पार्टी ने पूरी ताकत के साथ पीएम मोदी को मैदान में उतारने की योजना बनाई है।
पार्टी के चुनाव प्रचार को धार देने के लिए पीएम मोदी 29 अप्रैल से राज्य का दौरा करने जा रहे हैं ।वह 6 दिनों में 12 से 15 सभाएं कर सकते हैं ।इसमें तीन चार रोड शो भी किए जायेंगे ।पीएम के साथ की मंत्रियों को भी लगाया गया है ।केंद्रीय मंत्री प्रश्लद जोशी के अनुसार पीएम मोदी (PM Modi) अपना प्रचार सबसे पहले बेलगामी से धुरी करेंगे ।बेल्गामी कर्नाटक का सबसे बड़ा जिला है ।यही वजह है कि पीएम मोदी यहां चिकोड़ी ,कित्तूर और कुदाची का दौरा करेंगे और कई सभाओं को संबोधित भी करेंगे। याद रहे कर्णस्तक ही दक्षिण में एक ऐसा राज्य है जहां बीजेपी सत्ता में है ।अगर हाथ से निकल गया तो दक्षिण का किला बीजेपी के लिए ढह जाएगा और फिर दक्षिण का अभियान भी खत्म हो जाएगा ।
बता दें कि कर्णस्यक में पहले हिजाब को लेकर बड़ा विवाद हुआ था। हालांकि इस चुनाव में इसकी मसले की चर्चा नही जो रही है ।इसके साथ ही आरक्षण का मसला भी ठंडा पड़ा हुआ है। लेकिन बीजेपी को डर है कि आने वाले समय में कांग्रेस इस मसले को उठा सकती है और इन मादलो का जबाव सिर्फ पीएम मोदी (PM Modi) दे सकते हैं। जानकारी के मुताबिक बीजेपी की आंतरिक स्थिति भले ही खराब हो लेकिन पार्टी को लग रहा है कि जब पीएम मोदी मैदान में उतरेंगे तो स्थिति काबू में आ जाएगी ।बीजेपी का एक और प्लान है। बीजेपी कोंक रहा है कि अगर चुनाव परिणाम उसके खिलाफ आते हैं तो सीडी स्थिति पैदा कर दी जाए जिससे किसी को बहुमत ही न मिले। फिर परनाम के बाद खेल किया जा सकता है। बीजेपी हालाकि कई रणनीति पर काम कर रही है लेकिन उम्मीद यही है कि पीएम मोदी (PM Modi) जब मैदान में उतरेंगे तो बहुत कुछ साफ हो जाएगा ।बीजेपी चुनाव जीत भी सकती है।