Bihar Lok Sabha Election 2024: वैसे तो देश की राजनीति में बाहुबलियों की राजनीति लम्बे समय से चली आ रही है। बिहार और यूपी में बाहुबली चुनाव भी लड़ते रहे और जीतकर संसद से विधान सभा तक पहुँचते भी रहे। इसके साथ ही कोई भी पार्टी ऐसी नहीं है जिसके भीतर बाहुबली नहीं रहे हों। सभी पार्टियों ने बाहुबलियों को खूब मौका दिया और बाहुबलियों के सहारे राजनीति को आगे बढ़ाती भी रही। एक से बढ़कर एक बाहुबली राजनीति के मैदान में खड़े हुए और सदन में पहुंचकर वहां भी खेल करते रहे हैं। आज भी बहुत से बाहुबली चुनावी मैदान में हैं।
लेकिन इस बार बिहार में बाहुबली खुद चुनावी मैदान में नहीं है। इस बार के चुनाव में बाहुबलियों ने अपनी पत्नी को मैदान में उतारा है। एक से बढ़कर एक बाहुबलियों की पत्नियां मैदान में खड़ी दिख रही है। इन बाहुबलियों की पत्नियों का अंजाम क्या होगा यह तो कोई नहीं जानता लेकिन बाहुबलियों की पत्नियां बिहार की राजनीति में हलचल जरूर पैदा कर रही है।
बड़ा सवाल है कि इस बार बिहार में खुद से बाहुबली मैदान में क्यों नहीं उतरे हैं? इसका कारण यह है कि बिहार के ज्यादातर बाहुबली सजा पाए हुए हैं और जिनको सजा नहीं मिली है उनकी छवि जनता के बीच बेहद बदनाम जैसा है। अब बिहारी समाज भी बाहुबली नेताओं से दुरी बना कर चल रहे हैं। यही वजह है कि पार्टियां बिहार की बाहुबलियों को मैदान में उतार रही है। यह भी बता दें कि कुछ बाहुबलियों की पत्नियां तो पहले भी चुनाव लड़ती रही है लेकिन इस बार तो कई नए चेहरे के रूप में सामने आयी हैं। कुछ बाहुबलियों की पत्नियां पहली बार चुनाव लड़ रही है। सबसे दिलचस्प कहानी अशोक महतो की है।
अशोक महतो बिहार के बड़े बाहुबली माने जाते हैं। महतो मगध और शाहाबाद के इलाके में काफी चर्चित हैं। गैंगवार चलाते हैं और उनका अपना दहशत भी है। लोग उनके नाम से कापते हैं। वे कुछ भी कर गुजरने से ब्याह नहीं आते। बता दें कि कुछ समय पहले महतो को ही केंद्र में रखकर नेटफ्लिक्स पर मशहूर खाकी सीरीज बनाई गई थी। काफी मशहूर हुई थी सीरीज। वे सजा पाए हुए हैं। चुनाव लड़ नहीं सकते। लालू यादव के कहने पर उन्होंने 62 साल की उम्र में शादी की और फिर उनकी पत्नी अनीता देवी को राजद नमे मुंगेर से मैदान में उतार दिया। बिहार के लोग अचरज में हैं। अशोक महतो की पत्नी अनीता देवी इस बार मुंगेर से चुनाव लड़ रही है और इस नाम का ऐलान होते ही इलाका में उनकी तूती बोल रही है। याद रहे मुंगेर से जदयू के अध्यक्ष रहे ललन सिंह चुनावी मैदान में हैं। इस बार के चुनाव में क्या परिणाम होंगे यही तो समय ही बताएगा लेकिन ललन सिंह की मुश्किलें तो बढ़ ही गई है। जानकार तो यहांह तक कह रहे हैं कि अनीता देवी के मैदान में आने से कांटे की टक्कर हो गई है। ललन सिंह काफी परेशान हैं।
उधर बाहुबली आनंद मोहन सिंह की पत्नी लवली आनंद भी चुनावी मैदान में हैं। आनंद मोहन सिंह कलेक्टर जी कृष्णैया हत्या कांड में उम्र कैद की सजा पाए थे। अभी रिहा हुए हैं। लवली आनंद शिवहर से चुनावी मैदान में है। वे पहले भी सांसद रह चुकी है।
सीमांचल क्षेत्र के चर्चित बाहुबली रहे हैं अवधेश मंडल। उनकी पत्नी है बीमा भारती। पहले वे जदयू के साथ राजनीति करती थी। विधयक भी रही। लेकिन इस बार वह राजद के साथ आ गयी है। वे पूर्णिया से राजद उम्मीदवार हैं। हालांकि इसी सीट से पप्पू यादव भी चुनाव लड़ने को तैयार हैं। आगे क्या होता है यह देखने की बात होगी। पप्पू यादव भी अगर इस सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ते हैं तो खेल रोचक हो सकता है। इसी तरह से एक और बाहुबली है वैशाली के मुन्ना शुक्ल। वे खुद तो चुनाव नहीं लड़ सकते लेकिन उनकी पत्नी के बारे में चर्चा है कि उन्हें भी मैदान में उतरा जा सकता है। अगर ऐसा हुआ तो तो वैशाली की राजनीति देखने लायक होगी।