लखनऊ: तीन जून को कानपुर में जुम्मे की नमाज हुए हिंसा और फिर 10 जून को फिर से जुम्मे के नमाज के बाद राज्य के कई शहरों में हुए पथराव की घटना के बाद योगी सरकार उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई कर रही है। प्रदेश भर में अब तक कुल मिलाकरा 13 एफआईआर की जा चुकी हैं, और 304 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
सरकार इन आरोपियों की सख्त कार्रवाई की जा रही है और संपत्ति जब्त करने और बुलडोजर कार्रवाई से दंगाईयों के होश ठिकाने लगने लगे हैं। इन मामलों की जांच में साफ हो चुका है कि ये हिंसा पूर्व नियोजित थी और अब षड्यंणकारियों के चेहरे सामने आने से इन पर शिंकजा कसने की पूरी तैयारी है।
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कानपुर हिंसा के मामले में मुख्य आरोपी हयात जफर के दो नजदीकियों के अवैध निर्माणों-घरों पर बुलडोजर चलवाकर उन्हें ध्वस्त कर दिया गया था। उधर रविवार को प्रयागराज हिंसा मामले में पुलिस की गिरफ्त में आये मास्टर माइंड जावेद अहमद के प्रयागराज के करेली में नक्शा पास कराये बिना बने मकान के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हुई। प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने जावेद अहमद के घर पर नोटिस चस्पा करके पहले ही घर खाली करने के लिए रविवार को दोपहर 11 बजे तक का समय दिया गया था। जावेद अहमद की पत्नी और बेटी आफरीन से भी पुलिस पूछताछ में जुटी है।
प्रदेश में अब तक 304 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, इनमें सबसे ज्यादा उपद्रवी प्रयागराज से 91,अम्बेडकरनगर से 34, सहारनपुर से 71, हाथरस से 51, मुरादाबाद से 34, फिरोजाबाद से 15, अलीगढ से 6 गिरफ्तार किये गये उपद्रवी भी शामिल हैं। सरकार अब इन आरोपियों की अवैध सम्पत्तियों को जब्त करने और उनके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून( रासुका) के तहत कार्रवाई की जा रही है। उपद्रवों में हुए नुकसान की भराई भी योगी सरकार ने इन्हीं आरोपियों से किये जाने की बात कही है। योगी सरकार के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने दावा किया है कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और सरकार दंगाई से सख्ती से निपट रही है।