पीके के बल पर 2024 में भाजपा को कड़ी टक्कर देगी कांग्रेस !
नई दिल्ली: राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर यानी पीके इन दिनों कांग्रेस की काला पलट करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के बड़े नेताओं के साथ कई दौर की बैठकें कर चुके हैं। कांग्रेस नेता उम्मीद जता रहे हैं कि प्रशांत किशोर के दम पर कांग्रेस 2024 में होने वाले आम चुनाव में भाजपा को कड़ी टक्कर देकर सत्ता वापसी भी कर सकती है।
प्रशांत किशोर कांग्रेस नेताओं को जो सब्ज-बाग दिखा रहे हैं, वे धरातल पर कितने फलीभूत होंगे, ये तो भविष्य के गर्भ में है, लेकिन इस बीच प्रशांत किशोर (पीके) कांग्रेस में ऊंचा ओहदा पाकर अपना राजनीतिक वजूद बनाने में जरूर कामयाब रहेंगे। यह प्रबल संभावना है कि कांग्रेस पीके को कभी भी समय राष्ट्रीय महासचिव पद से नवाज सकती है।
पीपीटी में हैं महत्वपूर्ण मुद्दे
प्रशांत किशोर काफी समय से कांग्रेस के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने जून 2021 में पार्टी को अपने द्वारा तैयार किया गया पीपीटी (पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन) सौंपा था और लेकिन तब पांच राज्यों में होने वाले विधान सभा चुनावों के कारण उस पर कोई चर्चा नहीं की जा सकी थी। दरअसल पीके की रणनीति देश भर में कांग्रेस की कमजोर हुई स्थिति को मजबूती प्रदान करना और दो साल बाद होने वाले लोकसभा चुनाव में विजय दिलाने की है।
कांग्रेस की देश में वर्तमान स्थिति पर मंथन
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और दूसरे बड़े नेताओं के साथ प्रशांत कुमार उर्फ पीके की अब तक जो भी बैठक हुई हैं, उन सबमें पार्टी की देश में वर्तमान स्थिति से आगे की रणनीति पर विचार किया गया। पीके ने इस बात पर फोकस किया कि इस समय देश के तीन राज्यों राजस्थान, छत्तीसगढ और मेघालय में कांग्रेस की सरकारें हैं, जबकि एक दर्जन से अधिक राज्यों में सहयोगी दलों को साथ लेकर मुख्य विपक्षी दल है। कांग्रेस के संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में कुल मिलाकर 90 सांसद हैं, जबकि कुल मिलाकर करीब 800 सौ विधायक हैं। आगामी लोकसभा चुनान में अभी दो साल का समय है। इन दो साल में यदि कांग्रेस के सभी नेता, कार्यकर्ता पार्टी के लिए जमीनी धरातल पर जाकर कार्य करना शुरू कर दें तो 2024 में जीत हासिल करना कोई मुश्किल काम नहीं होगा।
मुख्य फोकस पहली बार मतदाता बने 12-13 करोड़ युवाओं पर
रणनीतिकार प्रशांत किशोर उर्फ पीके ने अपने पीपीटी जिस बिन्दू को मुख्य फोकस किया है वह लोकसभा चुनाव में पहली बार मतदाता बने युवा वर्ग पर है। पीके का कहना है कि वर्ष 2024 में होने वाले आम चुनाव में 12 से 13 करोड़ ऐसे नये युवा मतदाता होंगे, जो पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। यदि पार्टी अभी से इन पर फोकस करना शुरु कर दे तो फिर ये युवा मतदाता कांग्रेस की जीत दिलाने में बहुत बड़े मदद्गार साबित हो सकते हैं। कांग्रेस का वोट प्रतिशत 2014 के बाद तेजी से गिरा है।
पार्टी में संगठनात्मक बदलाव पर बल
प्रशांत किशोर ने पार्टी में कई तरह के बदलाव किये जाने पर बल दिया है। साथ ही चुनाव लड़ने की रणनीति भी बदले जाने की बात कही है। पीके ने नेतृत्व परिवर्तित करने के साथ ही कुछ क्षेत्रों में अकेले और कुछ में सहयोगी दलों को साथ लेकर चुनाव लड़ने पर बल दिया है। इसके अलावा बड़े पैमाने पर महिलाओं, युवाओं, किसानों, कारोबारी लोगों को पार्टीं से जोड़ने पर भी जोर देने का सुझाव दिया गया है।