Mathura News: मथुरा में जमींदोज हुई डेढ़ सौ साल पुरानी मजार, इसके लिए कानून को क्यों होना पड़ा मजबूर ?
Mathura News: कहते हैं काननू के आगे किसी की भी नही चलती है, क्योंकि कानून किसी भी धर्म या विशेष समुदाय के लिए नही बना होता है। और ना ही उसे किसी महजब से बांधा जा सकता है। एक ऐसी ही तस्वीर निकलकर आई है मथुरा- व्रंदावन से जो कानून की नजीर पेश कर रही है। दरअसल मथुरा में करीब डेढ़ सौ साल पुरानी एक अद्धा बाबा नाम की मजार थी। वो मथुरा और – वृंदावन के बीच सड़क चौणीकरण यानी की सड़क का विस्तार करने में बाधा पैदा कर रही थी। उस मजार की ही वजह से सड़क का चौड़ीकरण नही हो पा रहा था। जिसको लेकर काफी दिनो से विवाद चल रहा है। और इसी विवाद के बीच मजार को पल भर मे जमीदोज़ कर दिया गया।
6 महीने पहले जिला प्रसाशन ने जारी किया था नोटिस
ढेड़ सौ साल पुरानी अद्धा बाबा मजार को ध्वस्त कर दिया गया। जिस दौरान जिला प्रशासन के साथ भारी संख्या में पुलिस बल की भारी मौजूदगी भी रही। जहां मस्जिद गिराए जाने की बात मुस्लिम समुदाय के गले से कहा उतरने वाली थी। वो लगातार इस मजार को गिराए जाने के खिलाफ थें। और इसे वैध बता रहे थें। इस मजार को कोई अचानक नही गिराया गया। इसे हटाने के लिए करीब 6 महीने पहले मुस्लिम समुदाय से कानूनी तौर पे अपील भी की गई थी। जिसके बाद भी बीच बीच में प्रशासन ने कई बार नोटिस भी जारी किया। जिसमें कहा गया कि फोरलेन कार्य में बाधा उत्तपन्न कर रही मजार को अन्य स्थान में स्थानांतिरत कर लें, लेकिन मौलाना और मुस्लिम समुदाय के लोग मानने को तैयार नही थें।
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फोरलेन का चल रहा है काम
आपको बता दें कि मथुरा के मसानी से लेकर पागल बाबा मंदिर तिराहा तक लोक निर्माण विभाग सड़को के विकास को ध्यान में रखते हुए फोरलेन का काम बेहद तेजी से हो रहा है। मसानी से लेकर पागल बाबा तिराहा तक कि सड़क चौड़ीकरण का कार्य पूरा हो चुका था। लेकिन जब अद्धा पुलिस चौकी के पास करीब ये पुरानी मजार मथुरा के और वृंदावन के चौरीकरण बनने में रोड़ा बनी हुई थी जिसे कल कानून ने अवैध करार देते हुए महज चंद मिनटो में ढहा दिया।। हालांकि कि वहां पर अभी भी आवागमन पूरी तरह से बंद कर रखा हुआ है। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस बल की तैनाती भी की गई है।