WFI Suspended: आखिरकार भारतीय कुश्ती (WFI) में खिलाड़ियों और फेडरेशन के बीच चला आ रहा दंगल फिलहाल चित्त हो गया है. बीते 11 महीनों से पहलवानों और कुश्ती संघ के बीच खींचतान चल रही थी। आरोपों प्रत्यारोपों से खेल जगत को किसी तरह को नुकसान न हो, लिहाजा सरकार एक्शन मोड में आ गई। विवाद बढ़ता देख केंद्र सरकार ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया यानी WFI पर बड़ा एक्शन लिया।
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दरअसल आपको बता दें कि खेल मंत्रालय ने पहलवानों की मांग को देखते हुए नवनिर्वाचित कुश्ती संघ को निलंबित कर दिया है। साथ ही नए संघ के चुने जाने के बाद इसके लिए सभी फैसलों को भी रद्द कर दिया गया है… खेल मंत्रालय के मुताबिक अगले आदेश तक ये निलंबन प्रभावी रहेगा। यानी नए आदेश तक नया कुश्ती संघ सस्पेंड हो चुका है। और संजय सिंह भी कुश्ती संघ के अध्यक्ष नहीं रहेंगे। माना जा रहा है कि इस फैसले के दूरगामी परिणाम होंगे। इस बीच सरकार के सख्त एक्शन के बाद मीडिया के सामने आकर कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष ने कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया। यही नहीं चुने गए नए अध्यक्ष संजय सिंह से रिश्तों पर सफ़ाई भी दी।
हालांकि कुश्ती संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह ज्यादा कुछ कहते नज़र नहीं आए। जबकि सरकार के फैसले पर खिलाड़ियों ने खुशी जाहिर की है। साक्षी मलिक भी मीडिया के सामने आईं और उन्होंने भी इसे सही फैसला बताया। गीता फोगाट ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती संघ को निलंबित किया।
आखिर क्या है विवाद
21 दिसंबर को जब भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव का नतीजा आया।इस चुनाव में कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह अध्यक्ष निर्वाचित हुए। WFI के चुनाव में संजय सिंह के अध्यक्ष चुने जाने से बृजभूषण के ख़िलाफ़ धरना देने वाले रेसलर नाखुश थे। वो संजय सिंह और बृजभूषण शरण सिंह के बीच करीबी रिश्ते का आरोप लगा रहे थे। नाराज बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने उसी शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान साक्षी मलिक भावुक हो गईं और कुश्ती छोड़ने का ऐलान कर दिया।
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पहलवानों का विरोध यहीं नहीं रूका, साक्षी मलिक के संन्यास के बाद बजरंग पुनिया ने पद्मश्री लौटाने का ऐलान किया। तब खेल मंत्रालय ने उनसे ऐसा न करने की अपील की। लेकिन वो नहीं माने और अपना अवॉर्ड फुटपाथ पर रखकर चले गए। इसके अलावा कुश्ती संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह के अंडर-15 और अंडर-18 ट्रायल गोंडा के नंदिनी नगर में आयोजित कराने की घोषणा से भी पहलवानों का गुस्सा भड़का। साक्षी मलिक ने ट्वीट कर गोंडा में कैम्प कराए जाने का मसला उठाया था। जिसके बाद खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ को निलंबित करने के आदेश दिए। ताकि खेल में राजनीति की घुसपैठ न हो।