Heated Argument on Mukhtar’s Soil: मुख्तार की मिट्टी के दौरान अफजल की DM से हुई तीखी नोंकझोंक
Afzal had a heated argument with the DM during Mukhtar's soil
Heated Argument on Mukhtar’s Soil: मुख्तार अंसारी, जिनकी गुरुवार 28 मार्च को बांदा में हार्ट रेट रुकने से मौत हो गई, उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए आसपास के इलाकों से और गाजीपुर जिले से हजारों लोग पहुंचे।
गैंगस्टर-राजनेता मुख्तार अंसारी, जो अफजल का भाई भी है। उनके अंतिम संस्कार समारोह के दौरान शनिवार 30 मार्च को इस बात पर बहस हो गई कि कब्रिस्तान में कौन प्रवेश कर सकता है। यह बहस कथित तौर पर जिला मजिस्ट्रेट और सांसद अफजल अंसारी के बीच हुई।
मुख्तार अंसारी जिनकी गुरुवार को बांदा में हार्ट रेट रुकने से मौत हो गई उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए गाजीपुर जिले और आसपास के इलाकों से हजारों लोग पहुंचे। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, बहस तब हुई जब जिला प्रशासन ने एकत्रित भीड़ को नियंत्रित करने के प्रयास में कथित तौर पर कुछ लोगों को दफन अनुष्ठान के हिस्से के रूप में कब्र पर औपचारिक मिट्टी बिखेरने के लिए कब्रिस्तान में प्रवेश करने से रोक दिया।
घटना का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामने आया, जिसमें अफ़ज़ल अंसारी को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “आप किसी को मिट्टी चढ़ाने से नहीं रोक सकते।” इसको लेकर ग़ाज़ीपुर की डीएम आर्यका अखौरी ने कहा कि, “परिवार के लोग मिट्टी चढ़ा सकते हैं। क्या पूरा शहर मिट्टी चढ़ाएगा?” अफजाल अंसारी ने जवाब देते हुए कहा कि ‘कहीं से भी जो कोई भी व्यक्ति मिट्टी चढ़ाना चाहेता है, वह मिट्टी चढ़ाएगा।’
जब डीएम आर्यका ने जिले में लगाए गए इन्जंक्शन का हवाला दिया और पूछा कि क्या इसके लिए कोई अनुमति मांगी गई है, तब अंसारी ने जवाब देत हुए कहा कि, “धारा 144 (सीआरपीसी की) के बावजूद आप किसी को दफन में भाग लेने से नहीं रोक सकते।” डीएम ने कहा कि अंतिम संस्कार की वीडियोग्राफी कराई जा रही है और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बता दे कि, अंसारी के आवास और कब्रिस्तान के बाहर लोकल एडमिनिस्ट्रेशन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये हैं।
जिन्होंने कब्रिस्तान में जबरदस्ती घुसने की कोशिश की थी, उस भीड़ को संभालने के लिए पुलिस को कड़ी मेहनत का सामना करना पड़ा क्योंकि वहां प्रवेश प्रतिबंधित था। वाराणसी जोन के एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (एडीजी) पीयूष मोर्डिया व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए मोहम्मदाबाद में मौजूद थे। अफजल अंसारी ने भीड़ से शांति बनाए रखने की अपील भी की जब मुख्तार अंसारी का जनाजा जब कब्रिस्तान पहुंचा।
वाराणसी रेंज के डीआइजी ओपी सिंह के मुताबिक, जगह-जगह पर पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है। साथ ही अंसारी परिवार भी पुलिस के साथ कॉर्पोरेट कर रहा है। उन्होंने कहा कि, शुक्रवार 29 मार्च की रात से ही लोग इलाके में इकट्ठा होने लगे और यह सुनिश्चित करने के लिए घोषणाएं की गईं कि भीड़भाड़ न हो।
भीड़ में कुछ लोगों से नारे लगाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, मुख्तार अंसारी के परिवार के सदस्यों ने 40 से 50 लोगों की सूची दी थी, जिन्हें दफनाने के समय काली बाग कब्रिस्तान में रहने की अनुमति दी गई थी। बाकी लोगों को नमाज के बाद रोक दिया गया। ओपी सिंह ने कहा, पूरी तरह शांति है। सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर पुलिस, प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी और अर्धसैनिक बलों के कर्मियों को तैनात किया गया था। भीड़ बढ़ने पर बाद में इलाके में और अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए।